पुतिन के सोझे भारत अउरी चीन जतवलस आपन चिंता, अमेरिकी विदेश मंत्री बोलले- ‘एकर दबाव पड़ी’

कुमार आशू

एससीओ समिट के दौरान भारत अउरी चीन के ओर से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सोझे यूक्रेन युद्ध के ले के चिंता जाहिर कइल गइल। एके ले के अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के बयान सोझे आइल बा। उ कहलें कि भारत अउरी चीन के सीधे तौर पर जाहिर कइल गइल चिंता से रूसी आक्रामकता लोग पर दबाव पड़ी।

दरअसल, अमेरिकी विदेश मंत्री शुक्क के जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी के संगे एगो प्रेस से बातचीत में बोलत रहनें। एह दौरान उनसे पूछल गइल कि का रउआ अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत अउर चीन के चिंता के रूस के एगो महत्वपूर्ण बदलाव के रूप में देखतनी? एकर जवाब में ब्लिंकन कहलें, भारत अउरी चीन सीधे तौर पर रूस के सोझे यूक्रेन युद्ध के ले के आपन चिंता जाहिर कइले बा। उनकर चिंता यूक्रेन पs आक्रमण के बाद वैश्विक स्तर पर पड़ल प्रभाव के बारे में रहल

भारत अउर चीन ही नाइ, सब देश चिंतित

ब्लिंकन कहलें कि खाली भारत अउरी चीन नाइ, बलुक दुनिया के सब देश एके ले के चिंता जता चुकल बानें। काहेसेकि यूक्रेन युद्ध दुनिया के लोग खातिर विनाशकारी रहल। ई युद्ध सिर्फ यूक्रेन आ उहां के लोग के खिलाफ नाइ रहल, बलुक ई अंतरराष्ट्रीय संबंध के सिद्धांत के खिलाफ एगो आक्रामकता ह, जौन शांति अउर सुरक्षा बनावे रखले में मदद करsला।

200 मिलियन लोग पर खाद्य असुरक्षा के खतरा

ब्लिंकन कहलें कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सब के सोझे होखे के चाहीं। अगर उनके देखीं त रूस नंबर एक के उल्लंघनकर्ता हवें। यूक्रेन आक्रमण के असर खाद्य सुरक्षा पर पड़sला। हमनीके पहिलही से कोरोना अउरी जलवायु परिवर्तन से पीड़ित रहल। ऊपर से यूक्रेन युद्ध से खाद्य असुरक्षा अउरी बढ़ गइल। अब हमनीके लग्गे करीब 200 मिलियन से अधिक लोग बा जे गंभीर रूप से खाद्य असुरक्षित बा।

दरअसल, एससीओ समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अउरी व्लादिमीर पुतिन के बीचे द्विपक्षीय बैठक भइल रहे। एह दौरान दुनों देश के बीच कई मुद्दा पर चर्चा कइल गइल। एहमें यूक्रेन युद्ध भी मेन मसला रहल।

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