आज भी देश में करोड़ों किसान बाड़े, जेकरा खेती करत-करत कई तरह के आर्थिक समस्या के सामना करे के पड़ेला। बहुत किसान खेत के सिंचाई खातिर डीजल से चले वाला पंप के इस्तेमाल करेले। हालांकि डीजल पंप से सिंचाई में किसान के आमदनी के एगो बड़ हिस्सा डीजल खरीदे में खर्च होखेला। अइसना में किसानन के पैदा होखे वाला उपज से बढ़िया मुनाफा ना मिलेला. एकरा संगे डीजल से चलेवाला पंप से बहुत प्रदूषण होखेला, जवना के चलते पर्यावरण पs नकारात्मक असर पड़ेला।
एकरा के देखत केंद्र अवुरी देश के बहुत राज्य सरकार किसान के सौर ऊर्जा अवुरी बिजली से चलेवाला कृषि पंप के इस्तेमाल करे खातीर प्रोत्साहित करतिया। किसान सौर ऊर्जा आ बिजली के कृषि पंप के इस्तेमाल से बहुत बचत करेले। एकरा अलावे प्रदूषण में भी कमी आई। मध्य प्रदेश में रहे वाला किसानन खातिर एगो बड़ खबर बा। मध्य प्रदेश के किसान के खेती खातीर स्थायी पंप कनेक्शन सिर्फ पांच रुपया में मिल सकता।
इs ऑफर मध्य प्रदेश के किसान के बिजली कंपनी के ओर से दिहल जाता। मध्य प्रदेश बिजली वितरण कंपनी मध्य प्रदेश के ग्रामीण कृषि उपभोक्ता के पांच रुपया में कृषि पंप कनेक्शन देवे जा रहल बिया।
उपलब्ध बिजली लाइन के नजदीक रहेवाला किसान के स्थायी कृषि पंप के सुविधा दिहल जाई। जमीनी स्तर पs काम करेवाला अधिकारी सरल संयोजन पोर्टल में उपभोक्ता खातीर नाया फार्म भरे के काम करीहे।
मध्य प्रदेश बिजली नियामक आयोग के नियम के मुताबिक उपभोक्ता के निम्न दाब पोल से लगावे वाला सर्विस लाइन में ग्रामीण क्षेत्र में मात्र पांच रुपया में कृषि कनेक्शन दिहल जाई। उपभोक्ता के पहिला बिल में प्रति हॉर्स 1200 रुपया सुरक्षा निधि के रूप में जोड़ल जाई।
इहो पढ़ीं : हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला के निधन, 89 वर्ष के उमिर में लिहले आखिरी सांस