21 साल बाद गोरखपुर विश्वविद्यालय में फिरसे शुरू होई साइबर कैफे
गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह मंगर के केंद्रीय पुस्तकालय अउर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निरीक्षण के दौरान वर्ष 2001 से बंद साइबर कैफे के 10 दिन के अंदर फिर से शुरू करे के निर्देश दिहलें।
पुस्तकालय के खराब रखरखाव पर नाराजगी जतावत कुलपति पांच कर्मचारियन के वेतन रोके के आदेश दिहलें। पुस्तकालय के प्रवेश द्वार के सुसज्जित करने, पढ़ाई कक्ष के विस्तार करे, रैक के मरम्मत करे अउर किताबन के दीमक से बचावे खातिर एंटी-टरमाइट ट्रीटमेंट करे के साथ-साथ साफ सफाई अउर रंग रोगन के भी निर्देश दिहलें।
कहनें कि किताबन के बाइंडिंग कराकर उनकर बार कोडिंग के काम पूरा करें। लाइब्रेरी के मेंटेनेंस में अर्न एंड लर्न के अंतर्गत छात्रन के सहयोग लेवे अउर पुस्तकालय में आवे वाला सब जर्नल्स के नोटिफाई करे के भी आदेश दिहलें।
लाइब्रेरी के रखरखाव में लापरवाही देख के कुलपति नसीहत दिहलें, सथही एक सप्ताह के भीतर दुबारा निरीक्षण करे के कहनें। एकरे बाद कुलपति इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी अउर एमबीए विभाग के भी निरीक्षण कइलें। कक्षा के संचालन के बारे में छात्रन से बातचीत कइलें। पेयजल अउर वॉशरूम के मरम्मत अउर सफाई करावे के कहनें।
निरीक्षण के दौरान विश्वविद्यालय के पुस्तकालयाध्यक्ष प्रो. विनय कुमार सिंह, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अजय सिंह, मुख्य नियंता प्रो. गोपाल प्रसाद, कुलसचिव विशेश्वर प्रसाद, वित्त अधिकारी संत प्रकाश सिंह आदि लोग उपस्थित रहल।
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