शराब पियला से मृत लोगन के मुआवजा पs बवाल!:CPI कहलस- मुआवजा मिले के चाहीं इहे राजधर्म, माले आ बीजेपीयो मुआवजा देवे के कह रहल बा
बिहार में जहरीली शराब पियला से दर्जनन लोगन के मौत हो गइल। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार विधान सभा में कह देले कि शराब से मौत ममिला में केहु के एक पईसा मुआवजा ना देम। एकरा के लेके महागठबंधन में बहस तेज हो गइल बा। उनकर कहनाम बा कि मरे वाला तs मर गइल अब ओकर परिवार, ओकर् पत्नी, ओकर लईका भुगती लोग। कइयन घरन में कमाये वाला चल गइल आ छोट-छोट लईका बा लोग, ऊ का खाई, कइसे पढ़ी, कइसे जिही लोग? ई बड़ मानवीय पक्ष बा।
मुआवजा देवे के पक्ष वालन के तर्क बा कि सरकार एही खातिर होला कि न्याय करे। सरकार एह खातिर ना होला कि ‘शराब पिही तs मरी’ बोलल भर ओकर काम होखे। जे लोग मुआवजा के विरोध कर रहल बा ओकर तर्क बा कि अइसन मुआवजा से अराजकता फइल जाई।
लेफ्ट पार्टी मुआवजा के सवाल पs एकजुट, भाजपा मुआवजा देवे के कह रहल बिया
BJP मानत बिया कि ई सरकार के फेल्योर हs कि शराबबंदी सफल नइखे। जहरीली शराब से मौत हो रहल बा। भाजपा एकरा के लेके राजभवन मार्च कइलस। महागठबंधन के भीतर नीतीश कुमार घिर गइल बाड़ें। भाकपा माले के टीम जेमे अगियांव के विधायक मनोज मंजिल आ सिकटा के विधायक वीरेन्द्र गुप्ता के संगे माले के आउर लोग सारण गइल रहे। जहां जहरीली शराब से मौत भइल।
माले मांग कइले बा कि शराब से मौत ममिला में परिजनन के मुआवजा मिले के चाहीं। ई मांग माले ओकरा बाद कइलस जब सदन में मुख्यमंत्री लेफ्ट नेता लोगन से सहजोग के अपील कइलें। छपरा के मांझी से सीपीआई के विधायक सत्येन्द्र यादव सदन में पीड़ित परिजनन के मुआवजा देवे के मांग कइलें रहलें। एह पs नीतीश कुमार बिफर पड़ल रहलें।
सत्येन्द्र यादव कहलें हs कि जेकरा नाराज होखे के बा नाराज होखें, हम एतना असहिष्णु जन प्रतिनिधि ना हई कि मुआवजा के बात ना कहीं। मरे वाला तs मर गइल आ ओकरा बाद जवन लाचार परिवार पड़ल बा। ओकर आर्थिक इस्थिति बहुत खराब हो गइल बा। जब बिहार लोक कल्याणकारी राज्य हs तs परिवार के मदद करे के चाहीं।
मुआवजा पs सरकार के जवन कहे के बा कहे बाकिर हम अपना स्टैंड पs कायम बानी कि परिजनन के मुआवजा मिले के चाहीं। इहे राजधर्म हs। माले विधायक मनोज मंजिल कहलें कि शराब माफिया पs कार्रवाई नइखे हो रहल आ शराब बिक रहल बा। गरीबन के लगे रोजी-रोजगार नइखे एहिसे ऊ एह धंधा में लागल बाड़ें। ओह लोगन जेल में भेजला से बेहतर बा रोजगार देहल। शराब माफियन पs चोट होखे। ई कहला से काम ना चली कि शराब पियबs तs मरबs।
माले के राज्य सचिव कुणाल ने सारण में भइल दर्जनन मौत पs मुआवजा देवे के मांग कइले बाड़ें। ऊ कहलें कि सीवान में शराब कांड, जनसंहार कांड के तरह बा आ सरकार के फेल्योर बा। एमे गरीब- मजदूर लोग बड़ संख्या में मारल गइल बा एहिसे सरकार परिजनन के मुआवजा देवे।
कांग्रेस के अंदर अलग-अलग राय
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एमएलसी प्रेमचंद मिश्रा कहले हs कि बहुत संख्या में गरीब लोगन के जान जहरीली शराब पीये से भइल बा। मरे वाला तs चल गइल बाकिर ओकर परिवार कइसे रही? एह लोगन के परिजनन के सरकार के आर्थिक मदद करे के चाहीं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. शकील अहमद खान के राय बा कि शराबबंदी के पक्ष में हर केहू के आवे के चाहीं। सरकार के एकरा के सख्ती से लागू करे के चाहीं। शराब से मौत पs मुआवजा ना मिली। हs जवन पीड़ित परिवार बा ऊ बिहार सरकार के आर्थिक उन्नति के स्कीम से लाभ लेवे।
आरजेडी में विधायक सुधाकर सिंह के राय लेफ्ट पार्टियन जइसन
आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह कहलें कि राज्य के विफलता से मौत भइल बा। एहिसे परिजनन के हर हाल में मुआवजा मिले के चाहीं। ई लोग समाज के अंतिम पंक्ति के लोग बा। मरे वाला चल गइल अब घर में विधवा औरत आउर लईका बा लोग। लोकतंत्र में राज्य के अवधारणा लोककल्याण के हs। बाकिर केहू कहे कि मुआवजा ना देम तs एकरा से बेसी दुर्भाग्यपूर्ण का होई। एगो नया परंपरा कार्यपालिका द्वारा विधान सभा में विधायिका के धमकावे के होत जा रहल बा। विधायक के मुख्यमंत्री धमकी कइसे दे सकत बा कि बर्बाद कs देम! आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन कहत बाड़ें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार साफ कह देलें कि मुआवजा ना मिली। मुआवजा दिहल गइल तs अराजकता फइल जाई।
साभार: दैनिक भास्कर
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