सुप्रीम कोर्ट पहुंचल बिहार के जहरीला शराब के मामिला, एसआईटी से जांच करावे के मांग
बिहार में सारण के मशरक के आधा दर्जन गांव में जहरीला शराब के वजह से मचल हाहाकार के बीच सुप्रीम कोर्ट में एगो याचिका लगावल गइल बा। याचिका में मामिला के जांच एसआईटी से करवावे के मांग कइल गइल बा। याचिकाकर्ता मांग कइले बानें कि मामिला के स्वतंत्र जांच कइल जाव।
एकरे साथही याचिका में अवैध शराब के निर्माण, व्यापार अउर बिक्री पर अंकुश लगावे खातिर एक्शन प्लान तैयार करे के मांग कइल गइल बा। जनहित याचिका में पीड़ितन के परिवार के मुआवजा देवे के भी मांग कइल गइल बा।
का बा मामिला?
दरअसल, सारण के मशरक के आधा दर्जन गांव में मंगर से शुरू भइल मौत के सिलसिला थमले के नाम नइखे लेत। सुक्क के बिहाने ले इहां जान गंवाने वालन के आंकड़ा 60 ले पहुंच गइल बा। एही बीच खबर बा कि सीवान में भगवानपुर प्रखंड के सोधनी अउर ब्रह्मा स्थान गांव में जहरीला शराब पियले से चार लोग के मौत हो गइल बा।
नीतीश कुमार कहले रहनें ई बात
एहसे पहिले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहरीली शराब से मौत पर प्रतिक्रिया देत कहनें कि जे पी उ मरी। बिहार में शराब के सेवन पर रोक बा। लोग के ई बात समझे के जरूरत बा। ऊ कहनें कि जे गड़बड़ कs रहल बा, उनके पकड़s। उनके निम्मन काम करे खातिर प्रेरित करीं। हम त बापू अउर बिहार के महिला लोग के इच्छा से शराबबंदी लागू कइले बानीं। शराब से मुअल एक्को आदमी के मुआवजा नाइ दिहल जाई।
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