नोएडा। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) में भोजपुरी के ऑनलाइन पढ़ाई खातिर दु दिवसीय कार्यक्रम के आयोजन भइल। पहिला दिने अतवार के एगो परिचर्चा के आयोजन कइल गइल, जवना के मुख्य विषय रहे “भोजपुरी के ऑनलाइन पढ़ाई आ विश्व के युवा शक्ति के जोड़े–जगावे के प्रयास” जेमे बतौर मुख्य अतिथि डॉ. सरिता बुधू भोजपुरी के पाठ्यक्रम निर्माण आ एकरा विकास पs एगो सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत कइली। डॉ. बुधू भोजपुरी के लोक के भाषा बतावत एकरा प्रसार आ उपयोग पs बल देली आ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग कs भोजपुरी के वैश्विक स्तर पs प्रचारित करे के आवश्यकता पs जोर देली। डॉ. बुधू भोजपुरी स्पीकिंग यूनियन, मॉरीशस के पूर्व चेयरपर्सन आ भोजपुरी आंदोलन के अगुआ हई।
एह अवसर पs सुप्रसिद्ध कवि आ भोजपुरी स्कॉलर मनोज भावुक कहलें कि भोजपुरी के ऑनलाइन पढ़ाई गिरमिटिया देसन के नवहन के जोड़े-जगावे के अभियान के हिस्सा बा। दु बरिस से हम डेटाबेस तइयार कs रहल बानी। आज मॉरीशस, फिजी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद-टोबैगो आदि गिरमिटिया देसन आ अमेरिका-यूरोप-गल्फ कंट्रीज, नेपाल आदि देसन के भोजपुरी योद्धा कलमकार, कलाकार आ एक्टिविस्ट के लमहर फेहरिस्त बा हमरा लगे… लगभग 200 टीम लीडर।
भोजपुरी जंक्शन के महिला कथा अंक में 14 देसन के 100 महिला लोगन के 100 भोजपुरी कहानी हम छपनी। भोजपुरी जंक्शन के गिरमिटिया विशेषांक, अचीवर्स जंक्शन के भारत-मॉरीशस महोत्सव, आगरा आ दिल्ली में आयोजित भारत-मॉरीशस मैत्री कवि-सम्मेलन आदि …एही दिसा में प्रयास के तहत आयोजित रहे, तs छुपj रुस्तम के खोज-बीन लगातार जारी बा। हाले में एमजीआई मॉरीशस में भोजपुरी के सर्टिफिकेट कोर्स सुरू भइल बा। ओकरो में भारत से भोजपुरी कंटेंट देवे के प्रयास बा। कैलिफोर्निया आ बर्लिन में भोजपुरी पs शोध जारी बा।
यूनेस्को में गीत-गवाई हेरिटेज के रूप में सामिल बा। छठ खातिर प्रयास जारी बा। सफलता खातिर सामूहिक प्रयास आ जागरण जरूरी बा। एहिसे ई ऑनलाइन पढ़ाई ताकि दुनिया के भोजपुरी के सामर्थ्य से साक्षात्कार होखे। बतौर संयोजक हम दुनिया के भोजपुरी देसन के जोड़े के प्रयास आ एनआईओएस में भोजपुरी कोर्स के निर्माण खातिर मटेरियल उपलब्ध करावे में सहजोग करत रहेम।
कार्यक्रम के शुभारंभ निदेशक (शैक्षिक) डॉ. राजीव कुमार सिंह के स्वागत भाषण से भइल, जेमे उ सब अतिथियन के स्वागत कइलें आ कहलें कि बहुत जल्दिये हम भोजपुरी के ऑनलाइन पढ़ाई सुरू करेम। विद्यार्थी सहायता सेवा निदेशक एस विजय कुमार आ व्यावसायिक शिक्षा निदेशक टी एन गिरी भाषा के महत्व पs आपन विचार व्यक्त कइलें। संस्थान के सचिव शकील अहमद कहलें कि भाषा अंतर्मन के सबसे करीब होला आ ई हमनी के मन के उद्गार के अभिव्यक्त करे के माध्यम बा। ओहिजा, सुनीता पहुजा मॉरिशस में आपन अनुभव साझा करत भोजपुरी के चेतना के भाषा बतवलें आ आपन एगो कविता से श्रोता लोगन के भावविभोर कइलें। कार्यक्रम के समापन मनोज भावुक के गजल-पाठ से भइल।
दूसरका दिन भोजपुरी के पढ़ाई खातिर सिलेबस का होखे, पूरा विश्व के नवहन के भोजपुरी से कइसे जोड़ल जावs आ आज के टेक्नोलॉजी आ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग कs के विषय के रुचिकर कइसे बनावल जाये, एकरा पs बातचीत कइल गइल आ नया बरिस में कोर्स सुरू करे के योजना बनल।
कार्यक्रम के संचालन उपनिदेशक (शैक्षिक) डॉ. बालकृष्ण राय कइलें।
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