UP: दारागंज स्टेशन इतिहास के पन्ना में हो गइल दर्ज, महाकुंभ के पहिले लाग गइल ताला

Minee Upadhyay
दारागंज स्टेशन

1899 से 1913 के बीच प्रयागराज आ बनारस के बीच बिछल रेल लाइन पs स्थित दारागंज स्टेशन अब इतिहास के हिस्सा बन गइल बा। नया रेल पुल के निर्माण के बाद ई स्टेशन बंद कs दिहल गइल बा। महाकुंभ मेला के दौरान खास महत्व राखे वाला प्रयागराज के संगम के सबसे नजदीक स्थित दारागंज स्टेशन अब बंद हो गईल बा। हालांकि रेलवे बोर्ड एs स्टेशन के महत्व के कायम राखे खातीर कुछ नाया कदम उठावे के योजना बनवले बा।

झुसी-दारागंज के बीच बनल नया पुल के चलते अब दारागंज स्टेशन से ट्रेन ना गुजरी, बाकिर एs स्टेशन के ऐतिहासिकता के बचावे के योजना बनावल गईल बा। दारागंज स्टेशन 100 साल से अधिका पुरान बा आ एकर इतिहास सुरक्षित रही। रेल प्रशासन एह स्टेशन के याद के बचावे खातिर एहिजा संग्रहालय बनावे के तइयारी में लागल बा. एकरा संगे स्टेशन परिसर के एगो छोट रेल म्यूजियम के रूप में विकसित करे के योजना बनावल गईल बा, जवना से स्टेशन के व्यावसायिक उपयोग भी हो सकता।

आपातकाल में इस्तेमाल कइल जा सकेला
प्रयागराज संगम के सबसे नजदीक स्थित दारागंज स्टेशन के नयका पुल पs ट्रेन के कामकाज शुरू होखला के बाद बंद कs दिहल जाई, बाकिर रेल प्रशासन मौजूदा गंगा पुल रेलवे के संरक्षित करे के फैसला कईले बा, ताकि आपातकालीन स्थिति में एs स्टेशन के इस्तेमाल कईल जा सके । एह स्टेशन पs म्यूजियम कॉम्प्लेक्स आ गेस्ट हाउस बनावे के योजना के बारे में रेलवे बोर्ड के एगो प्रस्ताव भेजल गइल बा, आ एकरा पs जल्दिए काम शुरू हो जाई.

दारागंज स्टेशन गंगा जी के बहुत नजदीक बा। बतावल जाला कि दारागंज स्टेशन 110 साल से जादे पुरान बा। पहिले मीटर गेज लाइन एह स्टेशन से गुजरत रहे, बाद में एह पूरा रेल लाइन के ब्रॉड गेज में बदल दिहल गइल। माघमेला/कुंभ मेला इलाका में होखे के चलते पहिले मेला के दौरान हजारों यात्री के आवाजाही होखत रहे। एही बीच प्रयागराज-बनारस रेल लाइन के दुगुना होखे के चलते दारागंज से झुंसी से जोड़े खातिर एगो नया रेल पुल बनावल गइल बा। शास्त्री पुल आ पुरान रेल पुल के बीच एकर निर्माण भइल बा। दारागंज साइड के पुरान रेल पुल से एकर दूरी लगभग 120 मीटर बा।

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भोजपुरी पत्रकारिता में 2 साल से काम कइला के अनुभव। भोजपुरी में समाचार लिखे के गहिराह जानकारी के संगे फिलिम, मनोरंजन, स्पेशल स्टोरी आदि सेगमेंट्स के खबरन के पढ़े खातिर हमरा संगे बनल रही खबर भोजपुरी पs।
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