अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में वैश्विक लीडर बन चुकल बा भारत : कुलपति
चंद्रयान-3 के सफलता के एक साल पूरा होखला पर यूटीयू पहिला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनावत बा
वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के सभागार में शुक के दिने पहिला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनावल गइल। अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति छात्रन के झुकाव बढ़ावे के मकसद से आयोजित एगो कार्यक्रम में कुलपति प्रो. ओंकर सिंह कहले कि हमनी के देश पूरा दुनिया में अंतरिक्ष तकनीक के क्षेत्र में वैश्विक अग्रणी बन गइल बा।
कुलपति बतवले कि आज 23 अगस्त के इसरो के चंद्रयान-3 के विक्रम रोवर चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरल रहे। भारत दक्षिण ध्रुव पर उतरे वाला दुनिया के पहिला देश बन गइल। ऊ अंतरिक्ष में उतरल आ चंद्रमा के छूवल अपना जीवन के एगो अविस्मरणीय क्षण हs, जवना में ऊ समाज में शोध आ तकनीक पs अंतरिक्ष अन्वेषण के गहरा प्रभाव पs जोर देले। एह कार्यक्रम में उत्तराखंड स्पेस एप्लीकेशन सेंटर (यूएसएसी) के वैज्ञानिक आ इंजीनियर डॉ. अरुणा रानी आपन विचार पेश कइली । एह दौरान रॉकेट मेकिंग चैलेंज, स्पेस टूरिज्म मानवता खातिर एगो छलांग हs भा संसाधन के बर्बादी जइसन विषयन पर बहस प्रतियोगिता के आयोजन कइल गइल।
एह मौका पर रजिस्ट्रार डॉ. सत्येन्द्र सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनय कुमार पटेल, कैंपस इंस्टीट्यूट ऑफ वीमेन टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ. मनोज कुमार पांडा मौजूद रहले।
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