Special story : ईंहों के जानी , ईंहों के पहचानी: गायिका ‘अर्पिता उपाध्याय’
अर्पिता जी एगो अकादमी बा, जवना के नाव बुटीक स्टूडियो ह।एह स्टूडियो में बहुते जरूरतमंद लइकन के मुफ्त में प्रशिक्षित कइल जाला आ ओह लोग के कला क्षेत्र में दोसरो चीज सिखावल जाला जेहसे कि ऊ लोग अपना भविष्य में कुछ बढ़िया कs सके।
खबर भोजपुरी रउरा सभे के सोझा एगो सेगमेंट लेके आइल बा….एह कड़ी में आजू आईं जानल जाव गायकी के क्षेत्र में बेहतरीन काम कs रहsल ‘अर्पिता उपाध्याय’ के बारे में…
अर्पिता उपाध्याय के जनम गोरखपुर में भइल।अर्पिता उपाध्याय के उपनाम रुचि ह। अर्पिता के परिवार के लोग प्यार से रुचि कहेला ,इ लो पांच भाई-बहिन हउवें । इनकर बाबूजी के नाव श्री अजय कुमार उपाध्याय, माई के श्रीमती चित्रा उपाध्याय हs। अर्पित अपने बड़ बाबूजी चंद्र प्रकाश उपाध्याय से प्रेरणा लेत रहली आ हमेशा से संगीत में कुछ ना कुछ करे के चाहत रहली जइसे इनकर बड़का बाबूजी करत रहले। एहिसे उ ग्रेजुएशन पूरा कइले के बाद मास कम्युनिकेशन कइली आ फेर उ संगीत में प्रभाकर कइली। ओकरा बाद अर्पित जी समाज खातिर कई गो काम सुरु कइली। स्वर द सोल ऑफ़ म्यूज़िक (अकादमी) में लइकन के शिक्षा दिहल जाला। इवा बुटीक ऐण्ड स्टूडियो मे कई गो काम सिलाई, कढ़ाई जइसन काम एहिजा मेहरारूवन के रोजगार खातिर कइल जाला आ तेजस कल्याण सेवा संस्थान संगठन (एनजीओ)लइकन के निशुल्क पढ़ावल जाला। जेहसे कि ऊ लोग अपना भविष्य में कुछ बढ़िया कs सके।
एकरा अलावा यूट्यूब चैनल बा, जवना में गवले के साथे अभिनय भी कइले बाड़ी।
यूट्यूब चैनल पs अर्पिता के कई गो गीत बा- मईया मोरी खोलीं ना केवड़िया, कृष्ण भजन, बहंगी लचकत जाए अइसन ढेरे गीत बा जवना के जनता पसन कइलस । हाल ही में रिलीज भइल अर्पिता जी के गावल लक्ष्मी माता के आरती ‘महालक्ष्मी आरती’ के लोग खूब पसंद करेला।
अर्पिता लोगन के गायिकी के क्षेत्र में भवीस बाड़ी , आशा बा आगे भी अउरी बढ़िया गायन से सभका दिल जीतिहें आ समाज खातिर एहिंगा बढ़िया काम करत रहीहें ।
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