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Sawan 2023: सोलर बोट से वाराणसी से विंध्याचल के सफर होई सुहाना, ईंहाँ जानि बुकिंग आ कुल खरचा

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सावन के पहिला सोलर बोट वाराणसी में गंगा के लहर पs सवार होई। ई सौर नाव वाराणसी से कैथी मार्कंडेय धाम आ विन्ध्य धाम तक जाई। एकरा संगे काशी आवे वाला पर्यटकन के सुबह-सांझ सुबह-ए-बनारस आ गंगा आरती के अद्भुत नजारा भी देखावल जाई। सोलर नाव के रूट आ किराया तय कइला के बाद एकर ट्रायल शुरू हो गइल बा।

पर्यटन विभाग अगस्त से सार्वजनिक निजी साझेदारी के माध्यम से आपन परिचालन शुरू करी। सोलर नाव सबेरे साढ़े पांच बजे से शुरू होई। डेढ़ घंटा में ई पर्यटकन के गंगा के अस्सी से नमो घाट के बीच काशी दर्शन में ले जाई।एकरा बाद सुबह 9 बजे मार्कंडेय महादेव कैथी खातिर रवाना होई अवुरी दुपहरिया 12 बजे ले वापस आ जाई।

सैलानी के अद्भुत नजारा देखे के मिली

एकरा बाद इ सोलर नाव पर्यटक के संगे विंध्य धाम खातीर रवाना होई। करीब चार घंटा के यात्रा में विंध्याचल मंदिर में दर्शन पूजन के बाद पर्यटक के वापस ले आवल जाई। एकरा बाद साँझ साढ़े पाँच बजे से आठ बजे ले ई नाव नमो घाट आ अस्सी के बीच चक्कर लगाई।

एहमें पर्यटकन खातिर अलग अलग पैकेज के फैसला भी कइल गइल बा। वाराणसी के घाट पs यात्रा खातिर 850 रुपिया के किराया तय कइल गइल बा। पर्यटकन के वाराणसी से कैथी आ वाराणसी विंध्य धाम खातिर 1499 रुपिया देबे के पड़ी। एह पैकेज में पर्यटकन खातिर नाश्ता के इंतजाम भी कइल जाई।

पीपीपी मॉडल पs पहिले सोलर बोट के संचालन

उपनिदेशक पर्यटन आरके रावत पीपीपी मॉडल पs पहिला सोलर बोट चलावे खातिर एक्शन प्लान तइयार हो गइल बा ।वाराणसी से विंध्य धाम आ कैथी मार्कंडेय महादेव के सौर नाव चलावे के सगरी औपचारिकता पूरा हो रहल बा।

आदित्य गंगा क्रूज सेवा के प्रबंधक प्रियांक देव सिंह बतवले कि काशी से मार्कंडेय महादेव आ सुबह-ए-बनारस सफर अगस्त से सोलर नाव से शुरू हो जाई। सबेरे से साँझ ले के रूट तय हो गइल बा। नाव के ट्रायल रन शुरू हो गईल बा। एकर संचालन रविदास घाट से होई।

पर्यटकन के सुविधा खातिर आईडब्ल्यूएआई जेटी लगाई

जलमार्ग यातायात के बढ़ावा देवे खातिर भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण घाट के किनारे जेटी भी बनाई। अधिकारी के मुताबिक, मार्कंडेय महादेव धाम के अलावे काशी, चुनार अवुरी विंध्यवासिनी धाम के प्रमुख घाट पs जेटी लगावल जाई। एहसे पर्यटकन के सुविधा मिली।

व्यापारिक गतिविधियो होई तेज

जल परिवहन के बढ़ावा मिलला से पर्यटन आ व्यापारिक गतिविधि में भी तेजी आई। घाट पs जेटी बन गईला के बाद जहाज से माल लोड अवुरी उतारे में सुविधा होई। अधिकारी के मुताबिक पर्यटन अवुरी व्यापार के ध्यान में राखत जलमार्ग यातायात से जुड़ल सुविधा के विकास कईल जाता।

एक नजर में देखल जाव

वाराणसी से कैथी के दूरी- 15 किमी

वाराणसी से विंध्य धाम के दूरी- 27 किमी

अप स्ट्रीम में रफ्तार- 14.5 किमी प्रति घंटा

डाउन स्ट्रीम में रफ्तार- 16 किमी प्रति घंटा

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