नगर निगम के मेयर के सीट पहिला बेर अनारक्षित कइल गइल बा। एह वजह से एह बेर हर राजनीतिक दल खुश बानें। दावेदारन में भी खुशी बा। कौनो दल केहूओ के मेयर पद के प्रत्याशी बना सकsता। हालांकि, दावेदारन के संख्या अधिक होखले से सियासी दल के नेतृत्व के सोझे दिक्कतो आई। कौनो एक दावेदार के चयन कइल आसान नाइ होई।
साल 1994 में नगर निगम के गठन के बाद से मेयर के सीट तीन बार अन्य पिछड़ा वर्ग, एक बेर अन्य पिछड़ा वर्ग महिला अउर एक बेर सामान्य महिला खातिर आरक्षित रहल बा। एक बेर के छोड़ के हर बेर मेयर पद पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कब्जा रहल बा। एक बेर ट्रांसजेंडर अमरनाथ यादव उर्फ आशा देवी मेयर बनल रहली। हालांकि, तब्बो ई सीट आरक्षित रहल। ऊ मेयर के पद जीतकर प्रदेश में कौनो नगर निगम में ट्रांसजेंडर के मेयर बने के रिकार्ड बनवले रहली।
साल 2006 के चुनाव में मेयर के पद अन्य पिछड़ा वर्ग खातिर आरक्षित हो गइल। एह बेर भाजपा से अंजू चौधरी मेयर चुनल गइली। अंजू चौधरी के कार्यकाल से अब ले नगर निगम के सीट पर लगातार भाजपा के कब्जा रहल बा।
वर्ष 2012 के चुनाव में मेयर के सीट सामान्य महिला खातिर आरक्षित भइल रहे। एह बेर भाजपा से सत्या पांडेय मेयर निर्वाचित भइली। साल 2017 में मेयर के सीट फिर अन्य पिछड़ा वर्ग खातिर आरक्षित भइल। एह बेर भाजपा के सीताराम जायसवाल मेयर बनलें अब पहिला बेर मेयर के सीट अनारक्षित कइल गइल बा।
मेयर आरक्षण साल
राजेंद्र शर्मा अन्य पिछड़ा वर्ग 1995
अमरनाथ यादव उर्फ आशा देवी अन्य पिछड़ा वर्ग महिला। 2000
डॉ अंजू चौधरी- अन्य पिछड़ा वर्ग 2006
डॉ सत्या पांडेय- सामान्य महिला 2012
सीताराम जायसवाल- अन्य पिछड़ा वर्ग- 2017
नगर पंचायतन में आरक्षण के स्थिति
नगर पंचायत आरक्षण
उरुवां अनुसूचित जाति
बड़हलगंज अन्य पिछड़ा महिला
बांसगांव अन्य पिछड़ा
सहजनवां अन्य पिछड़ा
पीपीगंज महिला
उनवल महिला
चौमुखा (कैंपयिरगंज) महिला
गोला अनारक्षित
मुंडेरा बाजार अनारक्षित
पिपराइच अनारक्षित
घघसरा अन्य पिछड़ा महिला
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