रेलवे के बड़ कार्रवाई, 19 लापरवाह अफसरन के जबरन रिटायर कइलस; 11 महीना में 94 पs गिरल गाज
रेलवे बोर्ड एके दिन में प्रथम श्रेणी के 19 वरिष्ठ अधिकारियन के जबरन रिटायर कs देले बा। ओह लो के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) दिहल गइल बा। कामकाज के समीक्षा के बाद एहमे से कइयन गो अफसरन के काम में अक्षम पावल गइल रहे। आ ओह लो के बेर-बेर चेतावनी दिहल जात रहे। एकरा पहिले बोर्ड 75 अफसरन के वीआरएस दे चुकल बा।
महाप्रबंधक स्तर के अफसर ले शामिल
रेलवे सूत्र बतावल लो कि जे लोगन के वीआरएस दिहल गइल बा ओमे इलेक्ट्रिकल, पर्सनल, मैकेनिकल, स्टोर, सिविल इंजीनियर, सिग्नल इंजीनियर आ ट्रैफिक सर्विस के वरिष्ठ अधिकारी बा लो। एमे रेलवे बोर्ड के दू गो सचिव स्तर के अधिकारियन समेत एगो जोनल रेलवे के महाप्रबंधक शामिल बाड़े। एकरा अलावा वेस्टर्न रेलवे, सेंट्रल रेलवे, ईस्टर्न रेलवे, नॉदर्न सेंट्रल रेलवे, नॉदर्न रेलवे समेत रेलवे उपक्रमन, रेल कोच फैक्टरी कपूरथला, मॉडर्न कोच फैक्टरी रायबरेली, डीजल लोकोमोटिव वर्कस वाराणसी आ आरडीएसओ-लखनऊ आदि के वरिष्ठ अधिकारी शामिल बा लो।
जुलाई 2021 से सिलसिला शुरू भइल
सूत्रन के मोताबिक, भारतीय रेलवे में अधिकारियन के वीआरएस देवे क सिलसिला जुलाई, 2021 से शुरू हो गइल रहे। एमे जुलाई, 2021 में नव अधिकारी, अगस्त में छव, सितंबर में चार, अक्तूबर में सात, नवंबर में नव आ दिसंबर में छव अधिकारियन के वीआरएस दिहल गइल। नाया साल में जनवरी 2022 में 11, फरवरी में आठ, मार्च में सात, अप्रिल में पांच आ 10 मई ले तीन अफसरन के वीआरएस देके घरे भेजल गइल बा।
रेल मंत्री के रुख सख्त
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रेलवे बोर्ड, जोनल रेलवे के महाप्रबंधक लो के संगे बइठक में कहले बाड़े कि ‘काम करs ना तs घरे जा’। वैष्णव के 11 माह के कार्यकाल में वरिष्ठ अधिकारियन के वीआरएस लेवे के आंकड़ा 94 पहुंच गइल बा। आगहूं वीआरएस देवे ला अधिकारियन के खोजबीन जारी बा।
साभार: हिंदुस्तान
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