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100 साल बाद चिट्ठी सही मंजिल पे पहुंचल, लिफाफा खुलल देख के लोग चौंक गईले अउरी रोचक इतिहास के पता चलल

Letter Of 1916: ई चिट्ठी 1916 में लिखल गइल बा, जवन अब सही पता पर पहुँच गइल बा। ई चिट्ठी 1916 में इंग्लैंड के बाथ शहर से लिखल गइल रहे। इ चिट्ठी देख के ओह पता पे रहेवाला लोग भी चौंक गईले।

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100 साल बाद चिट्ठी सही मंजिल पे पहुंचल, लिफाफा खुलल देख के लोग चौंक गईले अउरी रोचक इतिहास के पता चलल

Letter Of 1916: ई चिट्ठी 1916 में लिखल गइल बा, जवन अब सही पता पर पहुँच गइल बा। ई चिट्ठी 1916 में इंग्लैंड के बाथ शहर से लिखल गइल रहे। इ चिट्ठी देख के ओह पता पे रहेवाला लोग भी चौंक गईले।

कल्पना करीं कि अगर एसएमएस के दौर में कवनो चिट्ठी आपके घर में पहुंच गईल अउरी उ 100 साल पुरान होई त आपके प्रतिक्रिया का होई? ई सवाल ठीक ओइसहीं पूछल नइखे बाकिर ई साँचहू भइल बा| असल में अचानक एगो चिट्ठी इंग्लैंड के लंदन के एगो घर में पहुंच गईल। ई चिट्ठी 1916 में लिखल गइल रहे, जवन अब सही पता पर पहुँच गइल बा। ई चिट्ठी 1916 में इंग्लैंड के बाथ शहर से लिखल गइल रहे। इ चिट्ठी देख के ओह पता पे रहेवाला लोग भी चौंक गईले।
1916 में लिखल चिट्ठी
एह चिट्ठी पर पेनी जॉर्ज पंचम के डाक टिकट बा, जेकरा के देख के मानल जाला कि ई चिट्ठी पहिला बिस्व जुद्ध के दौरान लिखल गइल होखी। रंगमंच निर्देशक फिनले ग्लेन एह बारे में एगो मीडिया से बतवले कि शुरू में उनुका लागल कि ई 2016 में लिखल चिट्ठी होखी काहे कि एह पर खाली साल 16 लिखल बा बाकिर ऊ देखले कि चिट्ठी में क्वीन के जगह किंग सीइंग द स्टांप, ऊ लोग ई बात समझ गइल ई साल 2016 के ना बलुक 1916 के बा|
ई चिट्ठी कुछ साल पहिले अपना पता पर पहुँचल रहे, बाकिर ग्लेन के एकर इतिहास के डिकोड करे में कुछ समय लागल, ओकरा बाद ऊ चिट्ठी स्थानीय इतिहास संगठन के सौंप दिहलन, जेहसे कि अउरी जानकारी मिल सके|

पत्र के रोचक इतिहास बा
स्थानीय इतिहास पत्रिका द नॉरवुड रिव्यू के संपादक स्टीफन ऑक्सफोर्ड के अनुसार ई चिट्ठी एगो केटी मार्श के लिखल गइल बा। उनुकर बियाह ओसवाल्ड मार्श नाम के एगो डाक टिकट कारोबारी से भईल रहे। मार्श के दोस्त क्रिस्ताबेल मेनेल उनुका के इ चिट्ठी लिखले रहली, जवन कि बाथ में रहत रहली। उ लिखले कि, ‘हमरा आपके मदद के जरूरत बा।’ ओह दिन जवन कइनी ओकरा बाद हमरा अपना पर सर्म आवता| इहाँ के कड़ा जाड़ा में हमार हालत बहुत खराब बा।
ऑक्सफोर्ड के मुताबिक, ओ समय इ चिट्ठी कवनो डाकघर में खो गईल होई, जवन कि अब मरम्मत के दौरान मिलल होई अउरी उ लोग एकरा के सही पता पे भेज देले होई।

बतावल जा रहल बा कि ई चिट्ठी जे लिखले बा, ओकरा के ओह दौर के एगो धनी चाय व्यापारी के बेटी भी मानल जाला। ओह घरी अपर नॉरवुड आ क्रिस्टल पैलेस दुनों बहुत पॉश रहे, जहाँ उच्च मध्यम वर्ग के लोग रहत रहे। एह चिट्ठी से जुड़ल रोचक इतिहास जानला के बाद ग्लेन भी एकरा के संगठन के सौंपे के फैसला से खुश बाड़े।

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