किसानन के सोलर पंप देहले के लिहल गइल फैसिला, पहिले आवs पहिले पावs के आधार पर मिली सोलर पम्प
दरअसल एह बरिस उत्तर प्रदेश में मानसून कुछ साफ नाइ रहल। राज्य में कुछ जिला के छोड़ के कौनो भी जिला में सामान्य बारिश नाइ भइल बा। पूरे राज्य में सामान्य से कम बारिश भइल बा। एकरे कारन किसान खेती नाइ कs पा रहल बानें। कम बारिश के कारन धान सहित दूसर फसल के खेती पर प्रभाव पड़ल बा। काहेसेकि यूपी में अधिकांश खेती वर्षा पर निर्भर बा। अइसन में राज्य में मानसूनी बरखा होखला के कारन धान, जूट अउरी अन्य खरीफ फसल के सिंचाई के चिंता सता रहल बा।
एकरे खातिर राज्य भर में किसानन के पहिले आओ पहिले पाओ के आधार पर 10 हजार सोलर पंप सेट देहले के फैसिला कइले बा। ताकि बिजली संकट अउरी कम बारिश के चलते सिंचाई कार्य में किसानन के कौनो तरे के आर्थिक बाधा न आवे।
सोलर पंप के नियम, शर्त अउरी दिशा-निर्देश
- ई सोलर पंप कृषि खेत के सिंचाई खातिर बा।
- सोलर पंप किसानन के पहिले आओ अउरी पहिले पाओ के आधार पर दिहल जाई।
- एह योजना के लाभ एक परिवार में एक्के व्यक्ति के मिली।
- योजना खातिर राज्य के ऊ सब किसान पात्र होइहें, जेकरे लग्गे कृषि हेतु विद्युत कनेक्शन नाइ बा।
- सहकारी समिति, पंचायत, किसानन के समूह, किसान उत्पादन संगठन अउरी जल उपभोक्ता एसोसिएशन सोलर पंप संयंत्र के स्थापना खातिर आवेदक कर सकेने।
- किसान के लग्गे सिंचाई के स्थाई स्त्रोत होना चाहिए अउरी सोलर पंप हेतु वांछित जल संग्रहण ढांचा के आवश्यकता अनुसार व्यवस्था चाहे उपयोग होखे के चाहीं।
प्रधानमंत्री कुसुम योजना
पीएम कुसुम योजना केंद्र में सत्ताधारी नरेंद्र मोदी सरकार के एगो महत्वाकांक्षी योजना ह, जवना के तहत देश भर में इस्तेमाल होखेवाला सब डिजिटल बिजली पंप के सोलर पावर पंप में बदल दिहल जाई। सोलर पंप लगावे खातिर किसान के भारी सरकारी सहायता मिलsता। सोलर पंप लगावे के कुल लागत के 90% हिस्सा सरकार के उठावे के पड़ेला। बाकी 10 प्रतिशत लागत के भुगतान खुद किसान करेले। केंद्र अउरी राज्य सरकार सोलर पंप खरीदले पs 30-30 प्रतिशत (कुल 60 प्रतिशत) के सब्सिडी देवेले, जबकि ए योजना के तहत बैंक के ओर से किसान के 30 प्रतिशत तक लोन दिहल जाला। ए तरीका से खेत में सोलर पंप लगवला पs किसान के मात्र 10 प्रतिशत खर्चा करे के पड़ेला।
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