योगा: डेस्क पs लंबा समय तक काम कईला से गर्दन आ पीठ में होता दरद , त राहत देले मे बा कारगर इ ३ योगासन
गर्दन के दरद खातिर योग : लोग के गर्दन के दरद के समस्या एतना बढ़ गईल बा कि डॉक्टर के लगे जाए के जरूरत बा, लेकिन जदी दरद सहे लायक बा आ हाल में शुरू भईल बा त कुछ योग आपके मदद खातीर बहुत फायदेमंद हो सकता।
गर्दन दरद खातिर योग मुद्रा : आज के कार्य संस्कृति में हमनी के अलग-अलग प्रकार के समस्या के सामना करे के पड़ता। 8 से 10 घंटा तक लगातार काम में बईठला से हमनी के शरीर में बहुत दरद भईल बा । बहुत लोग के कमर दरद के शिकायत भईल बा, जबकि बहुत लोग गर्दन दरद के समस्या से परेशान बाड़े। जब हमनी के लैपटॉप आ डेस्क पs बईठ के काम करेनी जा त गर्दन तनिका आगे झुके लागेला, कंधा गोल आ पीठ झुक जाला आ बाद में इ स्थिति नुकसानदेह हो सकता। एह कामकाजी स्थिति मे गर्दन में बहुते दरद हो सकेला आ ई अउरी कमर दरद में बदल सकेला। लोग में गर्दन में दरद के समस्या एतना बढ़ गईल बा कि डॉक्टर के लगे जाए के जरूरत होला लेकिन जदी दरद सहन करे लायक बा आ हाल में शुरू भईल बा त कुछ योग आपके खातीर बहुत फायदेमंद हो सकता।
गर्दन के दरद से राहत खातीर योग
वीरभद्रासन
वीरभद्रासन के सहारा रउआ ले सकत बानी। इ योग कईला से कंधा आ गर्दन के दरद में भी मदद मिलेला। विरभद्रासन तीन प्रकार के होला। ए मुद्रा में से पहिला मुद्रा कईला से कंधा आ गर्दन के दरद से राहत मिलेला। एकरा खातिर सबसे पहिले तादासन मुद्रा में आईं। अब धड़ के लाइन में दुनो हाथ ऊपर उठाईं। एकरा दौरान आपन ध्यान हाथ पे राखी। एकरा बाद आपन दाहिना गोड़ आगे बढ़ाईं। कुछ समय तक एही हालत में रहीं। एकरा बाद वापस पहिला चरण में आ जाईं।
धनुरासन
ई आसन करत घरी शरीर के आकार धनुष नियर हो जाला। एकरा खातिर एकरा के धनुरासन कहल जाला। धनुरासन कइला से कंधा आ गर्दन दरद से राहत मिलेला। एकरा खातिर पेट के बल जमीन पे लेट जाइ। ओकरा बाद घुटना मोड़ के टखने के हाथ से पकड़ के राखीं। एह स्थिति में कमर, जांघ आ छाती के ऊपर उठाईं। एह मुद्रा में आके धीरे-धीरे साँस लीं आ छोड़ दीं।
मार्जरी आसन
मार्जरी आसन गर्दन के दर्द से बचाव खातिर एगो बढ़िया व्यायाम ह, इ गर्दन के मांसपेशी के मजबूत करे में मदद करेला। मजबूत मांसपेशी लंबा समय तक गर्दन के दरद के रोके में मदद करेले। पेट पे लेट के, छाती के उठावे से गर्दन आ रीढ़ पे दबाव बढ़ेला, जवना से ए मांसपेशी के सक्रियता बढ़ेला आ तनाव कम हो जाला। शवासन योग के अभ्यास गर्दन के दरद आ अकड़न से राहत देवे में बहुत फायदेमंद होला।
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