डायरिया के मरीजन से भरल अस्पताल: संक्रमण के फइलले से भय में लोग, प्रशासन के कब ले चली लापरवाही ?
नगर के सब मोहल्ला में डायरिया फइलले से नागरिक दहशत में बानें एकरे बावजूद पालिका प्रशासन लापरवाही बरत रहल बा। ओन्ने शास्त्री अस्पताल में बेड खाली नाइ होखले के कारण डायरिया के मरीज प्राइवेट अस्पताल में आपन इलाज करा रहल बानें।
शास्त्री अस्पताल के संक्रामक वार्ड में दस्त के मरीज खातिर मात्र 10 बेड बा, मरीज के संख्या में बढ़ोतरी के चलते ओ लोग खातिर अलग से इंतजाम कईल जाता। शुक्रवार के तीसरा दिन दस्त के मरीज में भर्ती लोग में अमन के उम्र 3 साल, वारी गाधी, राम रूप चौहान 70 साल के गाधी, रजिया 60 साल के गाधी, लक्ष्मीना 65 साल के रामनगर, सहिया बानो 20 साल के मस्किरट्टा, अंजली 8 साल रामपुर, बदरून निशा 40 वाजिद पुर, शेर अली 50 साल, रंजना 16 साल, फरहाट 20 साल, तेरेब 8 साल रामपुर, समसुद्दीन 65 साल, राधे यादव 68 साल रामनगर, कुमारी देवी हाथीखाना 70 साल आदि के इलाज हो रहल बा।
दस्त के संबंध में पर्चा सौंप दिहलस
बियफे का दिने रामनगर में फइलल दस्त के लेके भाजपा सदस्य मुन्ना निषाद नगरपालिका के कार्यकारिणी पदाधिकारी राजबली यादव के ज्ञापन दे दिहलन. सदस्य मुन्ना निषाद बतवले कि रामनगर के अलग-अलग वार्ड में दस्त के खतरनाक संक्रमण फैल गईल बा। पीये के पानी के पाइप लाइन में कई जगह लीकेज भईल बा, जवना के चलते लोग के घर में गंदा पानी जा रहल बा। जवना के चलते लगभग हर वार्ड में दस्त के मरीज बढ़ रहल बाड़े।
एह गंभीर बीमारी के ले के नगर पालिका उदासीन रवैया अपनावल जा रहल बा। उ मांग कइलें कि डायरिया नियंत्रण खातिर पालिका तत्काल प्रभावी कदम उठावल जाव। पाइप लाइन के रिसाव के तुरंत सुधार के स्वच्छता प्रणाली के चाक से निकालल जाए के चाही। एकरा संगे-संगे लालबहादुर शास्त्री अस्पताल के सीएमएस के भी ए मामला में जानकारी दिहल जाए ताकि मरीज के सुचारू इलाज संभव हो सके। एहसे उ चेतवले कि जदी व्यवस्था में सुधार ना भईल त एकर नतीजा के सामना करे खातीर नगरपालिका तैयार रहे के चाही।
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