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Vitamin D Deficiency: विटामिन-डी के कमी मचा सकत बा देह में हड़कंप, दर्द आ अकड़न से हो जाई हाल बेहाल

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विटामिन-डी, जवना के सनशाइन विटामिनो कहल जाला, हमनी के देह खातिर बहुते जरूरी पोषक तत्व हs। ई हमनी के हड्डियन, इम्यून सिस्टम आ मूड के बेहतर बना के रखला के संगे-संगे आउर कइयन चीजन खातिर जरूरी होला। हालांकि, अक्सर लोगन में एह विटामिन के कमी (Vitamin D Deficiency) रहेला।

एकरा कारण कइयन गो स्वास्थ्य समस्यन के सामना करे के पड़ेला, जेमे कमजोर हड्डी, डिप्रेशन आ थायरॉइड के समस्या हो सकत बा। एहिसे एकर कमी से बचाव कइल जरूरी बा। एह आर्टिकल में, हमनी के विटामिन-डी के कमी के कुछ सामान्य लक्षणन (Vitamin D Deficiency Signs) के बारे में जानेम सs आ संगही, ई कवना वजहन से होला (Vitamin D Deficiency Causes) एह बारे में जाने के कोसिस करेम सs।

विटामिन-डी के कमी के लक्षण (Vitamin D Deficiency Signs)

थकान- विटामिन-डी के कमी से अक्सर थकान आ कमजोरी होला। अइसन एहसे होला, काहेकि विटामिन-डी हमनी के देह के मेटाबॉलिज्म के प्रभावित करेला, जवना से ऊर्जा उत्पादन कम होला।

हड्डियन के दरद- विटामिन-डी हड्डियन के स्वास्थ खातिर जरूरी बा। एकरा कमी से हड्डियन में कमजोरीआ दरद  हो सकता बा। अइसन एहिसे होला, काहेकि विटामिन-डी कैल्शियम के अवशोषण खातिर जरूरी बा।

मांसपेशियन के कमजोरी- विटामिन-डी के कमी से मांसपेशियन में कमजोरी आ दरद हो सकत बा। एसे मांसपेशियन के काम करे के क्षमता प्रभावित होला।

माइग्रेन- कुछ लोगन खातिर, विटामिन-डी के कमी से माइग्रेन भा माथा दरद हो सकत बा।

मूड स्विंग्स- विटामिन-डी हमनी के दिमाग के स्वास्थ के प्रभावित करेला। एकरा कमी से मूड स्विंग्स, चिंता आ डिप्रेशन हो सकत बा।

मुंहासा- विटामिन-डी के कमी से मुंहासा के समस्या बढ़ सकत बा।

इन्फेक्शन- विटामिन-डी हमनी के इम्यून सिस्टम के मजबूत बनावेला, बाकिर एकर कमी से इम्युनिटी कमजोर होला आ बार-बार संक्रमण होखे के खतरा बढ़ जाला।

बाल झड़ल- विटामिन-डी बालन के स्वास्थ्य खातिर जरूरी बा। इसकी कमी से बालों का झड़ना हो सकता है।

दांत के समस्या- विटामिन-डी दांतन के स्वास्थ्य खातिर जरूरी हs। एकरा कमी से दांतन के समस्या जइसे कैविटी आ मसूड़ा के बेमारी हो सकत बा।

विटामिन-डी के कमी के कारण (Vitamin D Deficiency Cause)

विटामिन-डी की कमी के कइयन गो कारण हो सकत बा, जेमे सामिल बा-

घाम में कम रहल- विटामिन-डी मुख्य रूप से सूरज के रोशनी से हमनी के त्वचा के संपर्क में आवे से बनेला। जदि रउआ पर्याप्त समय घाम में नइखी बितावत, तs रउआ में विटामिन-डी के कमी हो सकत बा।

डाइट में विटामिन-डी के कमी- विटामिन-डी कुछ फूड आइटमन में पावल जाला, जइसे मछली, अंडा आ मशरूम। जदि रउआ एह फूड आइटम्स के भरपूर सेवन नइखी करत तs रउआ में विटामिन-डी के कमी हो सकत बा।

मोटापा- मोटापा विटामिन-डी के अवशोषण के प्रभावित कs सकत बा।

कुछ दवा- कुछ दवा विटामिन-डी के अवशोषण के कम कs सकत बा।

बुढ़ापा- उम्र बढ़ला के संगे विटामिन-डी के अवशोषण कम हो सकत बा।

विटामिन-डी के कमी के इलाज

जदि रउआ में विटामिन-डी के कमी के लक्षण दिखाई देत बा तs रउआ डॉक्टर से परामर्श लेवे के चाहीं। ऊ ब्लड टेस्ट कsके ई पता लगा सकत बा लो कि राउर अपना देह में विटामिन-डी के स्तर का बा आ ओकरा मोताबिक इलाज बता सकत बा लो।

हालांकि, विटामिन-डी के कमी के इलाज आमतौर पs विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स लेला से कइल जाला। राउर डॉक्टर राउर देह के जरूरतन के आधार पs खुराक निर्धारित कs सकत बा लो। एकरा संगही, घाम में समय बितावे आ विटामिन-डी से भरपूर फूड्स खइलो से एकरा कमी के दूर कइल जा सकत बा।

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