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श्रीमद्भागवत कथा परमात्मा के अक्षर स्वरूप हs –कथा वाचिक कल्याणी वृंदा

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बरहज(देवरिया)/ अखिलेश कुमार सिंह। सरस कथा वाचिक कल्याणी वृंदा गहिला में दूसरका दिन के कथा में मां पार्वती आ भगवान शिव के बियाह के प्रसंग के वर्णन कइली। जेमे शिव आ पार्वती के बियाह होता आ देवता पुष्पन के बरखा करत बा लो। अगिला प्रसंग में भगवान शिव माता पार्वती के अमर कथा सुना रहल बाड़ें, माता के नीन आ जात बा आ उनका जगे एगो सुगा हुंकारी भरे लागत बा।

जब शिव के पता चलल तs ऊ सुगा के मारे खातिर त्रशूल छोड़ देलें। तीनों लोकन में भागता सुगा व्यास के आश्रम पहुंचल आ उनका पत्नी के मुंह से गर्भाशय में पहुंच गइल। जहां ऊ बारे बरिस रहल आ भगवान कृष्ण के आश्वासन के बाद जन्म लेलस।

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