बेकार के तनाव आ चिंता जिनगी के रस निचोड़के रउआ के पूरा तरे चूस सकत बा। भलाई एही में बा कि एह आदतन के छोड़ दीं, ना तs एसे खाली राउर परेसानियन में बढ़न्ती होई। आपन अतिरिक्त धन के सुरक्षित जगह पs रखी, जवन आवे वाला वक्त में रउआ फेर से पा सकीं।