गूगल में छंटनी के तूफान अबे तक नईखे थमल ? सुंदर पिचाई के बयान से चिंता बढ़ गईल, कहलस…
गूगल छंटनी : सुंदर पिचाई कहले बाड़े कि कंपनी के ध्यान जरूरी काम के क्षेत्र के ओर बा आ ओकरा मुताबिक कर्मचारी के संगठित कईल जाता। उ कहले कि अबे बहुत काम बाकी बा।
गूगल छंटनी : गूगल के मूल कंपनी अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई के एगो ताजा बयान से कंपनी के कर्मचारी के चिंता बढ़ गईल बा। एह साल के शुरुआत में 12 हजार कर्मचारियन के बर्खास्त करे वाली कंपनी के सीईओ एक बेर फेरू एह बात के ओर इशारा कइले बाड़न | सुंदर पिचाई एगो मीडिया हाउस के दिहल साक्षात्कार में कहले बाड़न कि कंपनी अबहीं ले अपना महत्वपूर्ण काम के ओर बहुते ध्यान देले बिया आ अबहीं कुछ ना कुछ होखे के बा | संगही, उ सबसे महत्वपूर्ण काम के प्राथमिकता दे रहल बानी आ ओकरा हिसाब से कर्मचारी के व्यवस्था कईल जाता।
इहाँ पूरा बयान दिहल बा
सुंदर पिचाई कहले कि, जहां हमनी के अभी जवन मौका बा, ओकरा पे बहुत ध्यान बा, लेकिन हमरा लागता कि अभी बहुत काम बाकी बा। हमनी के एआई के लेके भी बहुत महत्वपूर्ण मोड़ पे बानी। जवना के तहत हमनी के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में लोग के रोजगार दे रहल बानी जा आ ई काम लगातार चल रहल बा। हमनी के कई गो अलग अलग रास्ता से एह लक्ष्य के हासिल करे के कोशिश कर रहल बानी जा। हमनी के सचमुच हर काम के देखत बानी जा जवन हमनी के करेनी जा…हमनी के कोशिश बा कि लागत कुशल आ टिकाऊ होखे के चाहीं। हमनी के ध्यान टिकाऊ बचत पैदा करे के ओर बा। हमनी के अभी तक जवन काम कईले बानी जा ओकरा से हमनी के खुश बानी जा लेकिन अभी बहुत काम बाकी बा।’
12000 लोग के छंटनी क दिहल गइल
गूगल जनवरी में 12 हजार लोग के बर्खास्त क दिहले रहे। छंटनी भारत में काम करे वाला गूगल के कर्मचारी लोग पे भी पड़ल। भारत में करीब 450 लोग के बाहर निकालल गईल। गूगल लागत में कटौती के नाम पे कर्मचारी के लैपटॉप अपडेट के आवृत्ति कम क देले बा। एकरा अलावे स्टेपलर आ स्नैक्स जईसन छोट-छोट खर्चा पे भी लगाम लगावल गईल बा।
Comments are closed.