स्वाद यात्रा : पूर्वांचल के खास मलपुआ
मलपुआ एगो पारंपरिक उत्तर भारतीय खास करऽ के उत्तरप्रदेश के मीठा व्यंजन हs जवन मैदा ,दही , खोवा, पचमेवा से बन के तइयार होला । मलपुआ परब तीज पs बने वाला पकवान हs । नरम आ फुलल फूलल बहरी से कुर कुरऽ चीनी के चासनी में डूबल मलपुआ के रउवा रबरी , भारुवा मरीचा के संगे सर्व करऽ सकत बानी।
मलपुआ का हs?
मलपुआ एगो पारंपरिक मिठाई हs। फुललऽ ,कुरकुर चीनी के चासनि में डुबल मिठाई हs। मलपुआ अलगा अलगा जगह मे अलग अलग अंदाज से बने ला। केहू मलपुआ के घोल में पकाल केला तऽ केहू आम के गुदा तऽ केहू कदुकश कइलऽ नरियर डालेला।
मलपुआ बनावे खातिर घोलऽ तइयार कऽ के रात भर फुले खातिर छोड़ल जाला। ताकि तनी खटरोस स्वादऽ आवे । रउवा सवादऽ ला चाही तऽ घोल में दहियो मिला सकत बानी ।
पारंपरिक रूप से मलपुआ के घिउ में छानल जाला । बाकी रउवा सदा तेल माने रिफाइनो में छानऽ सकत बानी ।
मलपुआ बनावे के विधि
घोलऽ बनाई
1. एगो कटोरा में 1 कप मैदा, एक चमच सउँफ़ 3 से 4 बुकलऽ इलाइची, सब के सुखले मिला लेवे के बा।
2. अब 3 चमच खोआ 3 चमच ताजा दही मिलाई
3. अब आधा कप पानी डाली
4. आ नीमन से फेटी गाँठ ना पड़े अइसे
5. एगो समूथ मिश्रण तइयार हो जाई जवन ना ढेर गाढ़ ना ढेर पातर होई। अब लमसम 2 घंटा ले रूम टेंपरेचर पs तोपs के रख दिही
घोलऽ के 2 घंटा बाद फेर से फेट लिहि
6. अब सब ड्राई फ्रूट्स से बारिक काट के धर ली
7. अब चीनी के चासानी तइयार करे ला आधा कप चीनी आ एक चौथाई कप पानी एगो बरतन मे धीमा आँच पs चढ़ा दी आ चलवातs रही..जब ले चास्नी गाढ़ नऽ हो जाए एक तारऽ ना बने लागे तब ले चलावत रही आ तब आँच बंद कर दी।
8. अब मलपुआ के छाने के ओरी चलि
9. 4 -5 कलछूल घिउ गरम काढ़ाई में डालि रउवा चाही तऽ घिउऽ के जगहा सादा तेलो के इस्तेमाल करऽ सकत बानी।
10. एक बेर घिउऽ गरम होखला के बाद आँच धीमा करऽ दिही आ कलछूलऽ चाहे कटोरी के मदद से मलपुआ के घोलs के कढ़ाईं में गोले गोलऽ डाली । एक बेरा मे रउवा तीन – चारऽ मलपुआ आराम से छानऽ सकत बानी।
11. जसही मलपुआ रंग बदललऽ शुरू करी उजर से सोंहाई रंग पे आई पलटा के मदद से ओकरा के पलट लेम।
12. दुनो बगलऽ से खूब सुंदर फूल के पाक जाई
13. अबऽ मलपुआ के चीनी के चासनि में डालs दी।
14. ध्यान रखेम चासानि ढेर गरम ना ढेर ठंडा होखे
15. चासनी से निकाल के अलगा बरतन मे अजवार ली
16. अब खाए घरी ओकरा उपर रबरी आ तनी ड्राई फ्रूट्स डाल के गरम गरम मलपुआ के स्वाद
के आंदन्द ली।
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