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बुधवारी बइठकी: लेखिका कंचन सिंह चौहान आ शलिनी दुबे कइल लो नारी सशक्तिकरण पs बतकही

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यायावरी वाया भोजपुरी के बुधवारी बईठकी में बुध के चर्चित लेखिका कंचन सिंह आ लोकगायिका शालिनी दुबे के “नारी सशक्तिकरण” विसे पs गहिराह बतकही के सजीव प्रसारण फेसुबुक पेज पs भइल। कार्यक्रम के संचालन डॉ क्षमा त्रिपाठी जी कइनी।

कार्यक्रम के सुरूआत में लेखिका कंचन त्रिपाठी जी उहाँ के जिनगी से जुडल सवाल पs आपनअनुभव साझा करत कहनी कि हम अपना विकलांगता के कबो आपन तकलीफ ना बने देवे के कोसिस कइनी। उहाँ के आपन जिनगी से जुडल हर पक्ष के विस्तार से देखावे के कोसिस करत कहनी कि हम कबो ना सोचले रही कि जिनगी में का लक्ष्य बा, उहाँ के कहनी कि 24-25 बरिस के उमिर में हमरा सोझा नौकरी मिल गइला के बाद कवनो तरे के लक्ष्य ना लउकत रहे कि एकरा बाद अब का? एहिसे हम पहिले स्त्री विमर्श पs लिखल सुरू कइनी फेर ए घरी विकलांग स्त्रीयन के जिनगी के पहलूअन के लोगन के सोझा ले आवे के कोसिस कर रहल बानी।

बतकही के दौरान कंचन सिंह चौहान जी के किताब “तुम्हारी लंगी” पs विस्तार से चरचा भइल। कार्यक्रम के दौरान कंचन सिंह चौहान जी अपना जिनगी के कई गो पहलुअन से सभे के रुबरु करावत एह बात के सनेस देनी कि कबो आपन कमी के रोना रोवला से जादे अपना काम आ उपलब्धि से लोगन के प्रभावित करे के कोसिस करे के चाहीं।

कार्यक्रम के दुसरका मेहमान चर्चित आ गीत-संगीत के दुनिया में आपन अलग पहचान बनावे आली गायिका शालिनी दुबे जी से बतकही के सुरुआत में उहाँ के गीत -संगीत से जुड़ाव के सवाल के जबाब देत उहाँ के कहनी कि गीत आ संगीत हमार सांस हs एकरा बिना हमार अस्तित्व के कल्पना मुसकिल बा।

बतकही के दौरान शालिनी दुबे जी आपन हाल में रिलीज भइल गीत “भवानी” से जुडल अनुभव के साझा कइनी। उहाँ के कहनी कि गाना के निर्माण के समे गोरखपुर में उहाँ के कबो ना लागल कि उ अपना घर से दूर बानी। उहाँ के कहनी कि इ गीत हमरा के अलग आ याद राखे जोग अनुभव देले बा।

बइठकी के आगा बढ़ावत उहाँ के आपन गीत “भवानी”, जगदंबा घर में दियरा बार अईनी आ आउर कई गो गीत सुना के लोगन के मन मोह लेनी। अंत में चइती छठ के अवसर पs छठ के महत्व पs बतकही करत बइठकी के समाप्त कइल गइल। कार्यक्रम के सफल संचालन खातिर तमाम दर्शक लोग डॉ॰ छमा त्रिपाठी जी के कमेंट के माध्यम से साधुवाद दिहल।

238720cookie-checkबुधवारी बइठकी: लेखिका कंचन सिंह चौहान आ शलिनी दुबे कइल लो नारी सशक्तिकरण पs बतकही

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