महराजगंज से ठूठीबारी तक के सड़क कइल जाई चाकर, 1.14 करोड़ से बनावल जाई प्रवेश-द्वार

कुमार आशू

देश के सरहद पर बेहतर यातायात के सुविधा मुहैया करावल जाई। प्रवेश द्वार के खूबसूरत बनावल जाई। एकरे तहत नेपाल बार्डर पर ठूठीबारी में सवा करोड़ के लागत से प्रवेश द्वार बनावल जाई। महराजगंज से ठूठीबारी ले 40 किलोमीटर लमहर मार्ग के दस मीटर चौड़ा कइल जाई।

महराजगंज जिला में ठूठीबारी के लग्गे भारत-नेपाल के सीमा मिलsता। एह पार ठूठीबारी त ओ पार नेपाल के कस्बा महेशपुर बा। नेपाल के सीमा पs अच्छा प्रवेश द्वार बनावल गइल बा। जबकि भारत के सीमा पर पुरान अउर छोट गेट बा।

सड़क खराब रहला के चलते एह रास्ता नेपाल जाए वाले वाहन के संख्या कम रहsला। जबकि एह रास्ता से गइले पर काठमांडू के दूरी सोनौली के अपेक्षा 40 किलोमीटर कम हो जाला। एही के मद्देनजर सड़क के 10 मीटर चाकर कइल जाई। सथही एक करोड़ चौदह लाख के लागत से सुंदर प्रवेश द्वार बनावल जाई। लोक निर्माण विभाग अउर एनएच के ओर से एकर तैयारी कइल जा रहल बा।

सोनौली वार्डर पs कम होई गाड़ियन के दबाव

महराजगंज से ठूठीबारी ले जाए वाली 40 किलोमीटर सड़क फिलहाल टू लेन हवे। सड़क बहुत स्थान पर खराब हो गइल बा। एह सड़क के 10 मीटर चाकर हो गइले के बाद सोनौली वार्डर पर वाहन के दबाव कम होई अउर जाम के समस्या से निजात मिली।

प्रांतीय खंड महराजगंज के अधिशासी अभियंता गंगासागर यादव कहनें कि भारत-नेपाल बार्डर पs ठूठीबारी में 1.14 करोड़ रुपया से प्रवेश द्वार बनावल जाई। एकरे खातिर भूमि के अधिग्रहण के प्रक्रिया जल्दिए शुरू होई। एनएच डिवीजन से एनओसी मिलले के बाद टेंडर के प्रक्रिया शुरू कइल जाई। महराजगंज से ठूठीबारी तक के सड़क 10 मीटर चाकर होई। एकर निर्माण एनएच कराई।

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