गोरखपुर। पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के आय से ढेर संपत्ति मामिला में पंजाब विजिलेंस के सात दिवसीय कार्रवाई सुक के समाप्त हो गइल। डिस्टिलरी से एकत्र कइल गइल दस्तावेजन के फोटो काॅपी के संगे टीम लखनऊ लवट गइल, जंहवा से उ चंड़ीगढ़ रवाना होई। टीम लेखा विभाग के कर्मचारियन से पूछताछ कइलस। ई छानबीन डिस्टिलरी में मजीठिया के कथित हिस्सेदारी आ करोड़न के वित्तीय लेन-देन के लेके रहे।
लगातार सात दिन तक सरैया डिस्टिलरी में दस्तावेजन के गहन छानबीन के दौरान एकत्र कइल गइल 10 हजार से ढेर पन्ना के दस्तावेज के फोटो काॅपी करावल गइल रहे, जेमे उत्पादन, बिक्री आ शेयरहोल्डिंग से संबंधित रिकार्ड सामिल रहे।
टीम के नेतृत्व कर रहल एसपी रैंक के अधिकारी लेखा विभाग के कुछ कर्मचारियन से पूछताछ कइलें। पूछताछ पूरा तरे गोपनीय रहे। एमे खाली पूर्व निर्धारित कर्मचारियन के सामिल कइल गइल रहे। एकरा पहिले लगभग डेढ़ माहिना पहिले विजिलेंस के एगो आउर टीम गोरखपुर आइल रहे, जवन आबकारी विभाग से जुड़ल रिकार्ड अपना कब्जा मे लेले रहे।
अबकी बेर के कार्रवाई ओही जांच के दूसरका चरण मानल जात बा, जेमे डिस्टिलरी के भीतर के वित्तीय संचालन के परत खंगालल गइल। सूत्रन के मोताबिक, टीम अब एह दस्तावेजन क गहन फोरेंसिक आ वित्तीय पड़ताल करी। एकरे आधार पs आगे पूछताछ कइला के साथे आरोप पत्र के दिशा तय होई।
सनिचर के गाेरखपुर पहुंचल रहे आठ सदस्यीय टीम
पंजाब विजिलेंस के आठ सदस्यीय टीम पिछला सनिचर के गोरखपुर पहुंचल रहे। जवन बियफे तक सरैया डिस्टिलरी में छानबीन कइले के संगे बिक्रम मजीठिया के आय से संबंधित दस्तावेज के देखल। डिस्टलरी के अलावा टीम कहीं आउर ना गइल। अनुमान लगावल जात बा कि सुगर मिल के संगही मजीठिया परिवार के आवास पs विजिलेंस टीम जा सकले।
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