सेंट्रल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सनिचर के ईरान के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन से टेलीफोन पs बातचीत कइलें। ई वार्ता अइसन समय में भइल जब पश्चिम एशिया में अमेरिकी सैन्य कार्रवाई के कारण तनाव तेजी से बढ़ रहल बा। दुनो नेता के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा, हालिया घटनाक्रम आ आपसी सहजोग के लेकर गंभीर चरचा भइल।
संवाद आ कूटनीति समाधान
प्रधानमंत्री मोदी सोशल मीडिया पs जानकारी देलें कि उ ईरानी राष्ट्रपति से विस्तार से बातचीत कइलें आ वर्तमान हालात पs गहिराह चिंता जतवलें। उ कहलें कि क्षेत्र में शांति, इस्थिरता आ सुरक्षा बहाल करे खातिर सब पक्ष के संयम बरते के चाहीं। भारत के माने के बा कि संवाद आ कूटनीति कवनो संकट के स्थायी समाधान बा।
प्रधानमंत्री राष्ट्रपति पेजेशकियन के उनका नया पद के जिम्मेदारी मिलला पs सुभकामना देलें आ भारत-ईरान के द्विपक्षीय संबंधन के आउर सुदृढ़ करे के इच्छा जतवलें।
अमेरिका के हमला से बढ़ल खतरा, संयुक्त राष्ट्र महासचिव देले चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस अमेरिकी हमला पs गहिराह चिंता जतवले बाड़ें। उ कहलें कि इस्राइल आ ईरान के बीच बढ़त संघर्ष नियंत्रण से बाहर हो सकत बा, जवना के गंभीर प्रभाव क्षेत्रीय आ वैश्विक शांति पs पड़ सकत बा। उ सब देसन से संयम बरते आ सैन्य मार्ग छोड़के कूटनीतिक समाधान अपनावे के अपील कइलें।
चीन कहलस- मध्य पूर्व में सैन्य हस्तक्षेप से बिगड़ेला इस्थिति
चीन के सरकारी मीडिया अमेरिकी हमला के खतरनाक मोड़ बतवले बा। चीन 2003 के इराक युद्ध के हवाला देत कहलस कि मध्य पूर्व में सैन्य हस्तक्षेप अक्सर लमहर संघर्ष आ अस्थिरता के जन्म देला। चीनी मीडिया के अनुसार, वर्तमान संकट के कूटनीति आ संतुलित संवाद के माध्यम से सुलझावल जा सकत बा।