वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दा पहिलही से राजनीतिक हो चुकल बा। एह पर राजनीतिक नेता लोग खूब बयानबाजी कर रहल बा. हाल ही में अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन उवैसी अयीसन बयान देले बाड़े, जवना से मुस्लिम नेता खुश नईखन। मस्जिद से जुड़ल बयान देत असदुद्दीन पूछले कि, “भारत के मुसलमान के मुगल से कवनो संबंध नईखे, लेकिन बताईं कि सम्राट के पत्नी के रहली?” ओवैसी के ए बयान से मुस्लिम धार्मिक नेता नाराज बाड़े।
निजी न्यूज चैनल आज तक लखनऊ के दारुल उलूम फिरंगी महली के प्रवक्ता मौलाना सुफियन निजामी के हवाला से कहले कि, “मुसलमान ए प्रकार के बयान से खुश नईखन, ना समर्थन करतारे। एकरा के कहीं कम करे के कोशिश कईल जाता। अयीसन बयान दिहल जाता।” बना के आपन राजनीतिक एजेंडा बना के बनावल गईल बा। लेकिन दुख के बात इ बा कि मुसलमान के नाम प उनुकर समर्थन करे वाला लोग। अयीसन लोग कबो मस्जिद के बारे में कुछ ना कईले। ना कईले।”
निजामी आगे कहले कि, “एह प्रकार के बयान सिर्फ राजनीतिक बयान देवे खाती होखेला, ताकि दु समुदाय के आमने-सामने राखल जा सके अवुरी उनुकर राजनीतिक राजनीति होखे के चाही। अयीसन बयान देवे के पीछे के बा, आप हमनी से जादे जानतानी।”
ध्यान रहे कि ओवैसी शुरुए से ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दा प बयानबाजी करत आईल बाड़े। उ हाल ही में लोग से पूछले रहले कि “भारत के मुसलमान से कवनो संबंध नईखे, लेकिन बताईं कि मुगल सम्राट के पत्नी के रहे?”
भाजपा देहलस जवाब
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री अवुरी भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ओवैसी के ए पद प जवाब देले बाड़े। उ ओवैसी के भस्मसुर बतवले बाड़े। नरोत्तम मिश्र कहले कि जब मुगल के भारत से कवनो संबंध नईखे त फेर अपना स्मारक के बात होखे त उनुका एतना कष्ट काहें होखेला।