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मुंबई: कर्नाटक के बाद अब मुंबई के कॉलेज में बुर्का विवाद

मुंबई के एगो कॉलेज में मुस्लिम लईकी छात्रा बुर्का पहिन के पहुंचली। एकरा बाद कॉलेज प्रशासन ओह लोग के कॉलेज परिसर में घुसे से रोक दिहलस। बाद में बालिका छात्रा के परिवार के लोग के हंगामा अवुरी पुलिस प्रशासन के समझवला के बाद ओ लोग के परिसर में घुसे दिहल गईल।

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एगो पुलिस अधिकारी बतवले कि चेंबूर स्थित आचार्य मराठे कॉलेज कॉलेज के सुरक्षा गार्डन बुधवार यानी 2 जुलाई 2023 के बुर्का में आईल छात्रा के कॉलेज में घुसे से रोकले रहले। उनुका के बुर्का उतार के कॉलेज में घुसे के कहल गईल। सुरक्षाकर्मी के कहनाम बा कि कॉलेज के आपन ड्रेस बा, एहसे बुर्का पहिन के ना जा सकेली।

कॉलेज के ए फैसला पs विवाद भईल। लईकी छात्रा बुर्का हटावे से मना क देली। एकरा अलावे उ अपना परिवार के लोग के फोन से कॉलेज में फोन कईले। एकरा बाद मुस्लिम लड़की छात्रा के रिश्तेदार कॉलेज पहुंच के हंगामा मचवले। एकर वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहल बा।

एकरा बाद कॉलेज प्रशासन पुलिस-प्रशासन के एह हंगामा के जानकारी दिहलस। सूचना मिलते पुलिस-प्रशासन मउका पs पहुंचल अवुरी लईकी छात्रा के परिवार के लोग के शांति देवे के कोशिश कईलस, लेकिन उ लोग बुर्का हटावे खातीर तैयार ना रहले। एकरा बाद पुलिस मुस्लिम बालिका छात्रा के अभिभावक अवुरी कॉलेज प्रशासन से चर्चा क के एकर समाधान निकाले के कोशिश कईलस।

एगो अधिकारी बतवले कि मुस्लिम लईकी छात्रा कहली कि उ लोग भीतरी बुर्का निकाले खातीर तैयार बाड़ी, लेकिन क्लास में दुपट्टा यानी हिजाब पहिन लीहे। कॉलेज प्रबंधन एह बात पर सहमत हो गइल कि हिजाब क्लास में पहिरे के अनुमति दिहल जाव। एकरा बाद तनाव शांत हो गईल। लईकिन के क्लास जाए से पहिले वाशरूम में बुर्का निकाले के होई।

कॉलेज के प्राचार्य विद्यागौरी लेले बतवनी कि लड़िकियन के नकाब, हिजाब आ बुर्का में दाखिला दिहल जाई। एकरा बाद वाशरूम में जाके नकाब, हिजाब आ बुर्का बदले के पड़ेला। कॉलेज परिसर में छात्र के ड्रेस में रहे के होई। उ साफ-साफ कहले कि जवन छात्र कॉलेज के ड्रेस कोड ना मानी उ कॉलेज छोड़ सकता।

लेले बतवले कि जूनियर कॉलेज में ए साल से ड्रेस कोड लागू हो गईल बा। एकरा बारे में जानकारी खुद एक मई के अभिभावक बैठक में दिहल गईल। ओकरा बाद ही ड्रेस लागू हो गईल बा। इहो बतावल गइल कि बुर्का, हिजाब, दुपट्टा पहिन के आवे पर रोक लगावल जा रहल बा। ओह घरी सभे ड्रेस कोड से सहमत रहे, लेकिन अब इ लोग विरोध करतारे।

दूसर ओर बुर्का के विरोध करत मुस्लिम लईकी के कहनाम बा कि बिना बुर्का पहिनले घर से बाहर निकलला पs असहज महसूस करेली। संगही उ कहले कि बुर्का भी उनुका धार्मिक साधना से जुड़ल मामला ह। एही से उ क्लास में भी बुर्का पहिरे के चाहत बाड़ी।

एकरा संगे विधायक आसिम आजमी अवुरी पूर्व मंत्री नसीम खान चिट्ठी लिख के कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई के मांग कईले बाड़े। नसीम खान कहले कि संविधान देश के हर नागरिक के व्यक्तिगत स्वतंत्रता अवुरी शिक्षा के मौलिक अधिकार देले बा। शिक्षा विभाग 11वीं आ 12वीं के विद्यार्थियन खातिर कवनो ड्रेस कोड ना तय कइले बा, तबहियो एनजी आचार्य महाविद्यालय ड्रेस कोड लगा दिहले बा।

बता दीं कि बुर्का विवाद कर्नाटक से शुरू भइल। एहमें स्कूल-कॉलेज के आपन ड्रेस कोड होखला के बावजूद मुस्लिम लड़िकियन के छात्रा बुर्का पहिन के क्लास में बइठे पs अड़ल रहली। हालांकि कॉलेज प्रशासन एकर अनुमति ना दिहलस। बाद में मामला हाईकोर्ट अवुरी सुप्रीम कोर्ट ले पहुंचल अवुरी लईकिन के नियम के पालन करे के कहल गईल। एह दौरान कट्टरपंथी इस्लामी संगठन समेत आतंकी संगठन मुस्लिम लड़िकी छात्रा के संगे खड़ा हो गईले।

 

 

 

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