Mangalwar Ke Upay: मंगल के जरूर करी हनुमान जी के आरती, कुल मनोकामना होइ पूरा

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मंगलवार के उपाय : आज 29 अगस्त ह, दिन मंगलवारो ह। हिन्दू धर्म में मंगलवार के खास महत्व बा। ई दिन भगवान हनुमान जी के समर्पित बा। मान्यता बा कि एह दिन बजरंगबली के पूजा कइला से भक्तन के सगरी परेशानी दूर हो जाला। बजरंगबली के खुश करे खातिर मंगलवार के भक्त व्रत रखेले। श्री हनुमंत लाल जी के पूजा में दीप जरा के आरती गावल जाव। एह से हनुमान जी खुश हो जाला।

हनुमान जी के आरती

🌺॥ श्री हनुमंत स्तुति ॥

 

मनोजवं मारुत तुल्यवेगं,

जितेन्द्रियं, बुद्धिमतां वरिष्ठम् ॥

वातात्मजं वानरयुथ मुख्यं,

श्रीरामदुतं शरणम प्रपद्धे ॥

 

॥ आरती ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ।

दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

जाके बल से गिरवर काँपे ।

रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥

अंजनि पुत्र महा बलदाई ।

संतन के प्रभु सदा सहाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

 

दे वीरा रघुनाथ पठाए ।

लंका जारि सिया सुधि लाये ॥

लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।

जात पवनसुत बार न लाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

 

लंका जारि असुर संहारे ।

सियाराम जी के काज सँवारे ॥

लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे ।

लाये संजिवन प्राण उबारे ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

 

पैठि पताल तोरि जमकारे ।

अहिरावण की भुजा उखारे ॥

बाईं भुजा असुर दल मारे ।

दाहिने भुजा संतजन तारे ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

 

सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें ।

जय जय जय हनुमान उचारें ॥

कंचन थार कपूर लौ छाई ।

आरती करत अंजना माई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ॥

 

जो हनुमानजी की आरती गावे ।

बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥

लंक विध्वंस किये रघुराई ।

तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥

 

आरती कीजै हनुमान लला की ।

दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

॥ इति संपूर्णंम् ॥🌺

अस्वीकरण: एह लेख में दिहल जानकारी/सामग्री/गणना के प्रामाणिकता भा विश्वसनीयता के गारंटी नइखे। ई जानकारी रउरा सभे के सोझा विभिन्न माध्यम/ज्योतिषी/पंचांग/प्रवचन/धार्मिक मान्यता/शास्त्र से जानकारी संकलित क के ले आवल गइल बा।

 

 

 

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