Maharashtra: साढ़े तीन साल के बच्ची के भारत लिआवे के प्रयास जारी
महाराष्ट्र के ठाणे के साढ़े तीन साल के बच्ची के भारत ले आवे खातिर विदेश मंत्रालय लगातार प्रयास कर रहल बा। दरअसल, लइकी पछिला 36 महीना से जर्मनी में पालक देखभाल में बिया। उहाँ उनका संगे शारीरिक दुर्व्यवहार होखता। स्थानीय सांसद नरेश म्हास्के इ जानकारी देले। केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ओह लोग के भरोसा दिअवले कि सरकार लउऽकी के भारत वापसी सुनिश्चित करे खातिर प्रक्रिया में तेजी ले आवता। लइकी के पहचान अरिहा के रूप में भईल बा।
स्थानीय सांसद नरेश म्हस्के बतवले कि लइकी के माता-पिता जर्मनी में रहेले। अब उऽ महीना में दू बेर अरिहा से भेंट कऽ सकेलें। अरिहा के माता-पिता भावेश आ धारा शाह ठाणे के मीरा भयंदर निवासी हउवें। ठाणे सांसद संसद में एह मुद्दा के उठवले जवना के बाद विदेश मंत्री उनका के चिट्ठी लिख के अरिहा के वापस ले आवे के प्रक्रिया के विस्तार से बतवले।
जयशंकर बतवले, ठयह हमनीं के हस्तक्षेप के परिणाम हऽ कि जर्मन युवा कल्याण अधिकारी माता-पिता के मुलाकात के अनुमति देवे वाली अदालती आदेशन के खिलाफ अपील करे के फैसला कइले। उऽ कहले, ठइस मामला के जर्मन पक्ष के साथे सब स्तरन पs उठावल गइल। एमें जर्मन समकक्ष से हमार निजी बातचीतो शामिल बा। हम एह बात पर जोर देले रहनी कि अरिहा के कल्याण तबे सुनिश्चित हो सकेला जब उऽ भारतीय सांस्कृतिक परिवेश में पलल बढ़ल होखस।
विदेश मंत्रालय आ बर्लिन में दूतावास के अधिकारी एह बात के कोशिश में लागल बाड़े कि अरिहा के भारतीय संस्कृति से परिचित करावल जाव। दूतावास के अधिकारी दू बेर अरिहा के मंदिर ले जाले। उनका के गुजराती/हिंदियो पढ़ावल जा रहल बा। कोर्ट माई-बाप के महीना में दु बेर बच्चा से मिले के आदेश देले बिया। केंद्रीय विदेश मंत्री जयशंकर ठाणे सांसद के भरोसा दिअवले कि उऽ लईकी के भारत ले आवे के प्रयास करत रहीहें।
Comments are closed.