Khabar Bhojpuri
भोजपुरी के एक मात्र न्यूज़ पोर्टल।

जानीं, बिहार के रसगुल्ला नगरी के: इहां आजूओ 80 रुपिया KG मिलेला रसगुल्ला, UP आ झारखंड में बावे डिमांड

645

रसगुल्ला के नाम सुनतही मुंह में पानी आ जाइल स्वाभाविक बा। रसगुल्ला के मिठाइयन के राजा कहल जाला। अभी तक लोग कोलकाता के रसगुल्ला के सबसे स्वादिष्ट मानेला। आज हम रउआ के बिहार के एगो अइसन शहर के बारे में बतावे जा रहल बानी जहां के रसगुल्ला के डिमांड बिहार से लेकर यूपी आ झारखंड तक बा।

बिहार के लखीसराय के बड़हिया के लोग रसगुल्ला नगरी के नाम से जानेला। रसगुल्ला के आकार अइसन कि एगो खइला के बाद दूसरका खइला खातिर साहस जुटावे के पड़े। स्वाद अइसन बा कि बेर-बेर खाये के मन करी, जवन इहां के रसगुल्ला के दोसरा शहर से अलग बनावेला। खास बात ई बा कि आजो इहां 80 रुपिया किलो रसगुल्ला मिल रहल बा।

दुकानदार लो के मानी तs वैराइटी के हिसाब से 80 से 250 रुपिया किलो के रसगुल्ला इहां उपलब्ध बा। एह शहर में रसगुल्ला के लमसम 250 दुकान बा। हर दुकान में औसतन 1 से 3 क्विंटल रसगुल्ला के कारोबार रोज होला। एह हिसाब से एह शहर में रोज 5 से 10 टन रसगुल्ला के बिक्री होला।

कुछ इस तरह किया जाता है तैयार।
कुछ एह तरे कइल जाला तइयार।

शुद्ध छेना, हलका चासनी आ जीरो पर्सेंट मैदा से होला तइयार

पिछला 2 दशक से बड़हिया में रसगुल्ला बना रहल विक्की कुमार बतवले कि इहां के रसगुल्ला के शुद्ध छेना से तइयार कइल जाला। एमे हलुक चासनी आ जीरो पर्सेंट मैदा के इस्तेमाल कइल जाला। ऊ कहले कि एक दिन में 10 क्विंटल दूध के रसगुल्ला तइयार करेनी। ऊ कहले कि दूध आसानी से उपलब्ध होखला के कारण रसगुल्ला के कीमत आउर शहरन के तुलना में कम बा।

बड़हिया के रसगुल्ला के बिना कार्यक्रम अधूरा रह जाला

बड़हिया में पिछला 30 साल से मां शीतला मिष्ठान भंडार के संचालन कर रहल अमित कुमार बतवले कि इहां आमतौर पs उजर रसगुल्ला, करिया रसगुल्ला, राजभोग, स्पंज, शुद्ध घी के रसगुल्ला, चमचम आदि तइयार कइल जाला। ऊ कहत बाड़े कि बिहार के कई इलाकन में बड़हिये के रसगुल्ला परोसल जाला। ऊ कहत बाड़े कि एकर सबसे बड़ कारण ई बा कि इहां के रसगुल्ला में शुद्धता बा।

बड़हिया में रसगुल्ले की ये 30 साल पुरानी दुकान है।
बड़हिया में रसगुल्ला के ई 30 साल पुरान दुकान हs।

 

भरपूर मात्रा में बा दूध के उपलब्धता

अमित कहत बाड़े कि इहां भरपूर मात्रा में दूध के उपलब्धता बा। डेयरी के जगे किसान खुद इहां दूध पहुंचा जाला लो। एसे निमन दूध कम कीमत में मिल जाला। डेयरी आ आउर दूध के तुलना एकरा से छेना जादे निकलेला। एकरा अलावे चासनियो के कम इस्तेमाल कइल जाला। एह सब कारणन से मेकिंग कॉस्ट कम पडेला आ एकर असर रसगुल्ला के कीमतन पs पड़ेला।

सइयन लोग के मिल रहल बा रोजगार

अमित कहले कि बड़हिया में रसगुल्ला अब खाली दुकान ले सीमित नइखे रह गइल। अब ई एगो कुटीर उद्योग के स्वरूप ले लेले बा। मध्यम आकार के एगो दुकान में औसतन 15-20 लोग के रोजगार मिलेला। एह हिसाब से देखल जाव तs लगभग 2500-3000 लोग के घर रसगुल्ला के बेयपार से चल रहल बा। एकरा अलावे कइयन गो किसान के एकर लाभ मिल रहल बा।

साभार: दैनिक भास्कर

265300cookie-checkजानीं, बिहार के रसगुल्ला नगरी के: इहां आजूओ 80 रुपिया KG मिलेला रसगुल्ला, UP आ झारखंड में बावे डिमांड

ईमेल से खबर पावे खातिर सब्सक्राइब करीं।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments are closed.