Special story : ईंहों के जानी , ईंहों के पहचानी: गायिका ‘संस्कृति पाण्डेय’ 

Minee Upadhyay

 

खबर भोजपुरी रउरा सभे के सोझा एगो सेगमेंट लेके आइल बा….एह कड़ी में आजू आईं जानल जाव गायकी के क्षेत्र में बेहतरीन काम कs रहsल ‘रंजना कुमारी पाण्डेय’, संगीत जगत जिनका के “संस्कृति पाण्डेय” के नाव से जानेला ..

संस्कृति जी के जनम विष्णुपुरा गाँव जलालपुर छपरा जिला में भइल रहे। इनकर बाबूजी के नाव श्री विनय कुमार पांडेय आ माई के नाव श्रीमती मीरा पांडेय हs। एगो छोट गांव से निकल के गायिकी के दुनिया में आपन नाव बनावल कवनो आसान काम ना रहे ,बाकिर बिहारी लोग कठिने काज के करे खातिर जानल जाला तs ओहि कर्मठता के प्रतीक बाड़ी संस्कृति पाण्डेय। संस्कृति के अपना माई से बहूते सपोर्ट मिलsल,संस्कृति फोन पs एकरा बारे में बतावत कहली की हमार माई हमर पहिला संगीत गुरु हई उ बहुत कुछ हमरा के सिखsवली आ लोक से बहुत परिचय करवsली उनका डायरी के कई गो लोक गीत आजो हमरा मुंहजबानी इयाद बा । ईहां के सुरुआती पढ़ाई –लिखाई उनकरी गाँव में भइल। बचपन में संस्कृति जब सात आठ साल के रहली तबे से उनकर माई गीत संगीत के दुनिया से परिचय करावे लाग़ल रहली । ऊ अपना स्कूल में 15 अगस्त, 26 जनवरी आ 2 अक्टूबर में भाग लेत रहली आ गावत रहली । मात्र 13-14 के साल में संस्कृति कई गो मंचन जइसे- सोनपुर महोत्सव ,मैथिली भोजपुरी अकादमी,दूरदर्शन पs आपन प्रस्तुति दे चुकल रहली ।हाई स्कूल के पढ़ाई पुरा कइले के बाद बनारस के प्रसिद्ध सांगीतिक गुरु पंडित देवाशीष देव जी से संगीत के शिक्षा लिहली ओकरा बाद संगीत नाटक अकादमी पुरुस्कार से नवाजल जा चुकल पंडित दिवाकर देव जी संगीत सीख रहल बाड़ी । इंदिरा कला विश्व विद्यालय से संगीत में मास्टर्स कईला के बाद संस्कृति अभी संगीत में शोध के तैयारी कई रहल बाड़ी संस्कृति के घर के माहौल गीत गवनई आ गाना बजाना से कोसो दूर रहे बाकिर ओह माटी में संगीत रहे । ओहि माटी के जनमल भोजपुरिया स्वाभिमान “महेंद्र मिसिर” जी रहनी जवना के असर संस्कृति के गायिकी में लउकेला। पूर्वी ,सोहर , होली,कजरी आ अइसने तमाम विधा के गहिराह जानकारी राखेली आ एह में कुछ ना कुछ प्रयोग करsत रहेली।

संस्कृति जी के कइगो गीत यूट्यूब पs बाटे जवना में “प्यार आधा निभा के देख लिहs,होली ,सोहर सहित ढेर गाना बा जवन बहुते पसन कइल गइल बा । समय – समय पs यूू ट्यूब चैनल पs ढेर गाना आवेला जवना के लोग के बहुत प्यार मिलेला।

यायावरी वाया भोजपुरी पs उनकर कइ गो गावल गीत ‘ कजरी ‘नईहर से भईया बोलाईब’ एगो शानदार कृष्ण जनम सोहर आ कल्हेे रिलीज भईल एगो शानदार प्रेम गीत ..,”खिलsल चांदनी “। एह गीतन के लोग-बाग बहुते पसन करेला।

संस्कृति जी अस नहवा गायिका भोजपुरी के भवीस बा लो आ ई अपना गायकी से भोजपुरिया लोगन में एगो आस जगवले बाड़ी। संस्कृति जी के जबे मउका मिलेला समय-समय पs आपन गीत लेके आवेले आ कार्यशाला में भाग ले के कुछ ना कुछ सीखे के कोशिश करेले।

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भोजपुरी पत्रकारिता में 2 साल से काम कइला के अनुभव। भोजपुरी में समाचार लिखे के गहिराह जानकारी के संगे फिलिम, मनोरंजन, स्पेशल स्टोरी आदि सेगमेंट्स के खबरन के पढ़े खातिर हमरा संगे बनल रही खबर भोजपुरी पs।