Khabar Bhojpuri
भोजपुरी के एक मात्र न्यूज़ पोर्टल।

Sawan 2024: सावन में बाबा विश्वनाथ के स्पर्श ना कs सकी लो भक्त, खाली होई झांकी दर्शन; जानीं खास इंतजाम

63

Sawan 2024: सावन में भक्त बाबा विश्वनाथ के स्पर्श ना कs सकी लो। खाली दर्शन के सुविधा मिल सकी। सोमार समेत प्रमुख तिथियन पs भीड़ के दबाव के देखत फैसला लिहल गइल बा। दूध से लेके जल आ प्रसाद धाम पs मिली।

सावन में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम आवे वाला श्रद्धालुअन के भारी भीड़ के देखत मंदिर प्रशासन अबकी बेर बेबस्था में कइयन गो बदलाव के तइयारी में बा। ऑनलाइन दर्शन-पूजन आ रुद्राभिषेक के संगही पूरा सावनभर झांकी दर्शन के इंतजाम रही। भीड़ के दबाव बढ़ला पs प्रमुख तिथियन पs स्पर्श दर्शन पs रोक रही।

भगवान शिव के सबसे प्रिय महीना सावन के सुरुआत 22 जुलाई से हो रहल बा। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सावन में आवे वाला शिवभक्तन खातिर खास इंतजाम कइल जा रहल बा। हेल्पडेस्क से लेके प्रसाद, फूल, माला आ दूध के इंतजाम मवजूद धाम में रही।

कतारबद्ध होखे वाला भक्तन के प्रसाद लेवे में दिक्कत ना होई आ भक्त धाम के अंदर से बाबा के अर्पित करे वाला दूध, जल आ प्रसाद किन सकी लो। एकरा संगही वीआईपी आ प्रोटोकॉल के दर्शन खातिर अलग से इंतजाम होई।

सावन के सोमार, प्रदोष आ शिवरात्रि के तिथियन पs भीड़ के दबाव बेसी होखला के कारण स्पर्श दर्शन पs रोक रही। सावन के पहिले सोमार के 18 प्रदेशन से आ रहल 50 हजार यादव बंधुअन के जलाभिषेक खातिर अलग से कार्ययोजना तइयार कइल जा रहल बा।

22 जुलाई से 19 अगस्त तक रही सावन

22 जुलाई से सावन के सुरुआत होखे वाला बा। एकर समापन 19 अगस्त 2024 के दिन होई। एह दौरान सावन के पहिला सोमार व्रत 22 जुलाई, दूसरका सोमार व्रत 29 जुलाई, तीसरा पांच अगस्त, चउथा 12 अगस्त आ पांचवां सोमार व्रत 19 अगस्त के रखल जाई।

महीना भर होई शिवमहापुराण के कथा

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय बतवलें कि सावन के महीना में शिवमहापुराण के कथा के अनवरत पाठ होई। एकरा खातिर तइयारी कइल जा रहल बा। आम श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन के संगही भगवान शिव के कथा के श्रवण कs सकी लो।

880200cookie-checkSawan 2024: सावन में बाबा विश्वनाथ के स्पर्श ना कs सकी लो भक्त, खाली होई झांकी दर्शन; जानीं खास इंतजाम

ईमेल से खबर पावे खातिर सब्सक्राइब करीं।

Get real time updates directly on you device, subscribe now.

Comments are closed.