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56 साल बाद भारतीय सेना के जवान के नसीब होई अपना गांव के माटी 

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7 फरवरी 1968 के चंडीगढ़ से लेह जाए वाला भारतीय वायुसेना के विमान में 102 लोग रहले। हिमाचल प्रदेश के रोहतांग दर्रा का लगे एह विमान के संपर्क टूट गइल आ चंद्रभागा रेंज में दुर्घटनाग्रस्त हो गइल। एह हादसा में सभे जान गँवा दिहलस जवना में केरल के थॉमस चेरियन शामिल रहले जे भारतीय सेना के जवान रहले। उनका लाश के बारे में कवनो जानकारी उपलब्ध ना रहे, बाकिर अब उनकर लाश मिल गइल बा। 56 साल बाद अब थॉमस चेरियन के अपना गांव के माटी मिल जाई। उनकर परिवार के कहनाम बा कि उ लोग के इ ना बुझा पावत रहे कि उ लोग के जश्न मनावे के चाही कि उदासी महसूस करे के चाही। जब चेरियन के मौत भईल त उनकर उमर मात्र 22 साल रहे।

थॉमस चेरियन पथानामथिट्टा जिला के ओडालील परिवार के पांच बच्चा में से दूसरा बच्चा रहले। जब वायुसेना से उनकर लापता होखे के सूचना मिलल तऽ परिवार 56 साल तक दुख में इंतजार करत रहे। 30 सितंबर 2024 के परिवार के बतावल गइल कि थॉमस चेरियन के लाश बरामद हो गइल बा। चेरियन के छोट भाई थॉमस वर्गीस अउरी भतीजा शैजू मैथ्यू समेत परिवार के अउरी सदस्य अबहीं ले ए परिवार के घर में रहेले। वर्गीस के उऽ दिन बढ़िया से याद बा जब 7 फरवरी 1968 के विमान के लापता होखे के जानकारी देत तार आइल रहे।

साल 2003 में अधिकारी लोग एह बात के पुष्टि कइल कि हवाई जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गइल बा आ कुछ लाश बरामद भइल बा। एकरा बाद स्थानीय पुलिस थॉमस चेरियन के घर में जाके उनका बारे में जानकारी जुटवलस। वर्गीस कहले कि उनका खातिर इ एगो उदासी अउरी राहत के पल रहे, काहेंकी उनका भाई के पार्थिव शरीर मिलला से उनका कुछ शांति मिलल बा।

शैजू मैथ्यू बतवले कि परिवार 56 साल बादो खोजबीन खातिर भारत सरकार अवुरी भारतीय सेना के प्रति आभार व्यक्त करऽता। एएन12 विमान में केरल के अउरी जवानो सवार रहले, जवना में कोट्टायम के केपी पनिकर, केके राजपन आ आर्मी सर्विस कोर के एस भास्करन पिल्लई शामिल बाड़े। एह जवानन के लाश भारतीय सेना के अबहीं ले नइखे मिलल। सितंबर में रोहतांग दर्रा में 4 गो अउरी जवानन के लाश मिलल रहे। एमें से 3 जवानन के पहचान हो गइल बा जवना में थॉमस चेरियन के लाश शामिल बा। स्थानीय लोग के उम्मीद बा कि चउथा लाश रन्नी के एगो भारतीय सैनिक पीएस जोसेफ के हो सकऽता, जवन कि विमान में सवार रहले।

 

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