माई सरस्वती के उत्पत्ति कईसे भईल? एकर कहानी रोचक बा, वसंत पंचमी पर सफलता पाईं प्रिय भोग के साथ
आज 26 जनवरी के वसंत पंचमी के दिन ह। माई सरस्वती के जन्म वसंत पंचमी यानी माघ महीना के शुक्ल पक्ष के पंचमी के दिन भइल रहे।
माई सरस्वती के उत्पत्ति कईसे भईल? एकर कहानी रोचक बा, वसंत पंचमी पर सफलता पाईं प्रिय भोग के साथ
आज 26 जनवरी के वसंत पंचमी के दिन ह। माई सरस्वती के जन्म वसंत पंचमी यानी माघ महीना के शुक्ल पक्ष के पंचमी के दिन भइल रहे।
हाइलाइट
• माई सरस्वती एह रचना के भाषण देले रहली।
• वसंत पंचमी के दिन रउआ माँ सरस्वती के बूंदी चढ़ा सकेनी।
आज 26 जनवरी के वसंत पंचमी के दिन ह। धार्मिक मान्यता के अनुसार माघ सरस्वती के जन्म वसंत पंचमी यानी माघा महीना के शुक्ल पक्ष के पंचमी के दिन भइल रहे। एही चलते वसंत पंचमी के मौका पे सरस्वती के पूजा कईल जाला। एह दिन देवी सरस्वती के उनुकर पसंदीदा खाना चढ़ा के रउरा कैरियर आ शिक्षा प्रतियोगिता में सफलता पा सकेनी।
माई सरस्वती के उत्पत्ति
श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के प्रमुख डॉ मृत्युंजय तिवारी बतावत बाड़न कि एह दुनिया के आवाज देबे वाली माई सरस्वती रहली। सब इंसान के ज्ञान के प्रकाश खाली उनुका से मिलल बा। किंवदंती के अनुसार जब ब्रह्मा जी ब्रह्माण्ड के सृष्टि के काम पूरा कइलन त पता चलल कि ब्रह्मांड में सब कुछ बा, बाकिर सब कुछ मौन, शांत आ नीरस बा।
तब उ अपना कमंडल से पानी निकाल के छिड़कले, जवना के चलते माई सरस्वती उहाँ प्रकट भईली। ऊ वीणा, माला आ किताब हाथ में धइले रहले। माई सरस्वती अपना वीणा से वसंत राग के भूमिका निभवली। एकर फलस्वरूप रचना के भाषा आ संगीत मिलल। उ तिथि माघ शुक्ज पंचमी रहे, एही वजह से वसंत पंचमी हर साल एही तिथि के मनावल जाला आ माई सरस्वती के पूजा होला।
वसंत पंचमी के उपाय से सफलता पाई
1. वसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती के बूंदी, बेसन लड्डू, केसर चावल, पीला चावल, मालपुआ आदि चढ़ा सकेनी। एह से देवी सरस्वती खुश हो जाले आ भक्तन के शिक्षा, प्रतियोगिता, कला आ संगीत के क्षेत्र में सफलता मिलेला।
2. एह दिन पीयर कपड़ा पहिन के गरीब लइकन के कॉपी, किताब, कलम, पेंसिल आदि दान कइला से माई सरस्वती के आशीर्वाद मिलेला।
3. वसंत पंचमी के दिन सरस्वती के पूजा करत समय देवी शारदा के चरण में कलम, प्रतिलिपि, पेंसिल आदि रखे के चाही। एहसे कुंडली में बुध के दोष दूर हो जाई। बुध के मजबूती के संगे आपके बुद्धि अउरी निर्णय लेवे के क्षमता में सुधार होई।
4. अगर रउरा बच्चा के पढ़े के मन ना लागे, उ एकाग्रता से ना पढ़ेला, त वसंत पंचमी के दिन माई सरस्वती से कह दीं कि उ बच्चा के हरियर रंग के फल अउरी पीला फूल चढ़ावे। एहसे बुध ग्रह सही हो जाई। समस्या दूर हो जाई।
5. वसंत पंचमी के दिन ॐ ह्री श्री क्लीम सरस्वत्यै नमः मंत्र के 108 बार जप करके उच्च शिक्षा में समस्या दूर हो जाला।
6. एकाग्रता बढ़ावे खातिर वसंत पंचमी के दिन किताब में मोर के पंख रखे।
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