यूपी में ग्रेजुएशन में लागू होई ग्रेडिंग सिस्टम

कुमार आशू

प्रदेश के सब राज्य अउर निजी विश्वविद्यालय में बीए. बी.कॉम अउर बीएससी के स्नातक पाठ्यक्रम में ग्रेडिंग प्रणाली लागू कइल जाई। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत सब विश्वविद्यालय में समान व्यवस्था अउर विद्यार्थियन के एगो विश्वविद्यालय चाहे महाविद्यालय से दूसरे विश्वविद्यालय चाहे महाविद्यालय में अबेकस-यूपी के जरिये स्थानांतरण के व्यवस्था लागू करे खातिर दस पाइंट ग्रेडिंग व्यवस्था लागू कइल जाई।

उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव मोनिका.एस.गर्ग सब कुलपतियन के ग्रेडिंग प्रणाली लागू करे के निर्देश देहले बाड़ी। ग्रेडिंग व्यवस्था में मुख्य चाहे माइनर विषय के प्रत्येक लिखित चाहे प्रयोगात्मक परीक्षा के क्रेडिट स्कोर्स निर्धारित बा। एह सभन के उत्तीर्ण प्रतिशत वर्तमान में प्रचलित 33 प्रतिशत रही।
सह-पाठ्यक्रम कोर्स अउर तृतीय वर्ष में लघु शोध में उत्तीर्ण करे खातिर न्यूनतम 40 प्रतिशत अंक जरुरी होई। चार कौशल विकास कोर्स में भी उत्तीर्णांक 40 प्रतिशत निर्धारित कइल गइल बा। कौशल विकास अउर रोजगारपरक पाठ्यक्रम में पूर्णांक 100 निर्धारित कइल गइल बा। एहमें प्रशिक्षण अउर प्रयोगात्मक परीक्षा के मूल्यांकन 60 अंक अउर लिखित परीक्षा के मूल्यांकन 40 अंक में होई। एहमें न्यूनतम उत्तीर्णांक 40 ही रखल गइल बा।

सब विषय के मुख्य, माइनर अउर सह पाठ्यक्रम में अधिकतम 100 अंक में से प्राप्तांक के गणना 25 अंक के आतंरिक मूल्यांकन अउर 75 अंकों के विश्वविद्यालय परीक्षा में प्राप्त अंक के जोड़ के कइल जाई। विद्यार्थी के लिखित अउर प्रयोगात्मक परीक्षा में उत्तीर्ण होने खातिर 75 में से न्यूनतम 25 अंक (33 प्रतिशत) अंक प्राप्त करेके होई। आंतरिक मूल्यांकन अउर विश्वविद्यालय परीक्षा में कुल 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करेके होई।

न्यूनतम उत्तीर्ण प्रतिशत नाइ रही
कौनो पाठ्यक्रम चाहे पेपर में आंतरिक मूल्यांकन में कौनो उत्तीर्ण प्रतिशत नाइ रही। अगर कौनो विद्यार्थी आंतरिक मूल्यांकन में शून्य अंक प्राप्त कइले बा अउर विश्वविद्यालय के परीक्षा में 33 प्रतिशत अंक प्राप्त कइले बा त ऊ उत्तीर्ण मानल जाई। आंतरिक मूल्यांकन में अनुपस्थित रहले पर भी शून्य अंक ही मिली।

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