Gorakhpur News: माफिया सुधीर सिंह चुनाव से पहिले जेल से बाहर निकले… जब्त घर भी रिहा
आजमगढ़ जेल में दर्ज सुधीर के जमानत मिलल, गाड़ी भी छोड़ल गइल
यूपी के 61 माफिया के सूची में शामिल नाम
आजमगढ़ जेल में बंद आ 61 राज्यन आ जिला के टॉप टेन माफिया सूची में शामिल सुधीर सिंह जमानत प सामने आइल बाड़न । अप्रैल 2023 में वारंट जारी होखला के बाद उ नाटकीय तरीका से महाराजगंज के कोर्ट में पेश भइल आ जेल चल गइल। एकरा बाद उनका के गोरखपुर भेज दिहल गइल आ ओकरा बाद आजमगढ़ जेल भेज दिहल गइल। चुनाव से पहिले अचानक उनका सोझा अइला से राजनीतिक हलकन में चर्चा शुरू हो गइल बा। पुलिस आ प्रशासन के चिंता बढ़ गइल बा ।
माफिया से बाहर अइला के बाद शाहपुर एल्युमिनियम फैक्ट्री में स्थित उनकर घर भी छोड़ दिहल गइल बा, जवना के प्रशासन के ओर से जब्त क लिहल गइल बा। एकरा अलावे सुधीर सिंह आ उनका भाई के नाम प गिदा थाना में जब्त दु लग्जरी कार के भी हाईकोर्ट के आदेश प छोड़ दिहल गइल बा।
जानकारी के मुताबिक साल 2004 में शाहपुर थाना में दर्ज डकैती के मामला में पिपरौली के प्रखंड प्रमुख रहल आ माफिया सुधीर सिंह के खिलाफ 4 अप्रैल के वारंट जारी भइल रहे। वारंट जारी भइला के बाद पुलिस ओकरा के तलाशी शुरू क देलस। एही बीच माफिया अपना टीम आ गाड़ी के काफिला के संगे 25 मई 2023 के महाराजगंज के सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण क देलस। एकरा बाद गोरखपुर में चलत मामला के चलते उनका के जिला जेल भेज दिहल गइल।
एही से उनका के आजमगढ़ भेज दिहल गइल
जदी सूत्र प विश्वास कइल जाए त चुनाव से पहिले गोरखपुर जेल में दर्ज सुधीर सिंह के एगो सरकारी कर्मचारी के मोबाइल प बात करत मामला चर्चा में आ गइल रहे। एगो सरकारी कर्मचारी के मोबाइल से खुद जेल से ही कई जगह फोन क के बतियावत रहे। अइसन बतकही के बाद जेल प्रशासन हड़बड़ा के आजमगढ़ जेल भेज देलस।
सुधीर सिंह के खिलाफ 38 मामला दर्ज बा
माफिया सुधीर सिंह के खिलाफ कुल 38 मामला दर्ज बा। उनका खिलाफ हत्या, डकैती, मारपीट आ हिंसा के बहुत मामला दर्ज बा। सुधीर सिंह भी बसपा के टिकट प सहजनवा से विधानसभा चुनाव लड़ चुकल बा। ओकरा प रंगदारी आ गिरोह बना के जमीन अपना कब्जा में लेबे के आरोप बा । एकरा अलावे हत्या आ हत्या के प्रयास के मामला भी दर्ज बा। लखनऊ के विकास नगर में सुधीर सिंह के खिलाफ आईपीसी 80/05, 384, 302, 307,120 बी के तहत मामला दर्ज भइल बा।
माफिया राकेश यादव जेल में बा, अजीत शाही बहरी बा
माफिया के खिलाफ मुहिम के दौरान अजीत शाही सबसे पहिले गोरखपुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कइले रहे। एकरा बाद सुधीर सिंह महाराजगंज कोर्ट में हाजिर होके जेल चल गइले। एकरा बाद राकेश यादव गोरखपुर कोर्ट में पेश भइल। एह क्रम में पहिले अजीत शाही आ फेर सुधीर सिंह के जमानत मिल गइल बा ।
चुनाव में केहू अराजकता ना फइलावे खातिर सगरी बदमाश पर नजर राखल जा रहल बा । पहिले के चुनाव में अराजकता फइलावे वाला लोग के पहचान क के रोक लगावल जा रहल बा । अराजकता फइलावे वाला केहू के ना छोड़ल जाई ।
-डॉ. गौरव ग्रोवर, एसएसपी
साभार :- अमर उजाला
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