गोरखपुर: चार करोड़ से खुखुदूं अउर पावानगर जैन मंदिर के होई जीर्णोंद्धार, लोग के बा गहिराह आस्था
पर्यटन विभाग चार करोड़ रुपया से देवरिया खुखुंदू अउर कुशीनगर के पावानगर में स्थित जैन मंदिर के जीर्णोद्धार करावे के तैयारी में बा। सथही पर्यटन सुविधा से संबंधित कार्य होई। विभाग एकरे खातिर शासन के प्रस्ताव भेजले बा। दूनों मंदिर से जैन धर्म के लोग के गहिराह आस्था जुड़ल बा।
देवरिया जिला के खुखुंदू में जैन धर्म के नौवें तीर्थंकर भगवान पुष्पदंत नाथ के विशाल मंदिर अउर ओमें उनकर प्रतिमा स्थापित बा। एके देखे खातिर विश्व भर से लोग आवेने। ई जैन धर्मावलंबियन ख़ातिर आकर्षण के केंद्र ह। अइसन मान्यता ह कि इहां के घनहा जंगल में भगवान पुष्पदंत नाथ वर्षों तपस्या कइले रहनें। ऊ जैन धर्म के नउवाँ तीर्थंकर रहलें।
बात कइल जाव कुशीनगर जिला के पावानगर के त इहां जैन धर्म के 24वें अउर अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी अपने जीवन के अंतिम उपदेश दिहले रहनें। भगवान महावीर स्वामी के निर्वाण स्थल पर श्री दिगंबर जैन पावानगर सिद्ध क्षेत्र द्वारा बरिस 1971 में जैन मंदिर के निर्माण करावल गइल। एकरे बाद मंदिर में पुजारी नियुक्त क के पूजा शुरू भइल।
एह मंदिर में भगवान महावीर स्वामी के अलावा प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव, नेमीनाथ, पार्श्वनाथ के मूर्ती स्थापित कइल गइल। प्रति वर्ष उनके निर्वाण दिवस के बिहाने देशभर से जैन अनुयायी पहुंचेने अउर शोभायात्रा निकलले के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कइल जाला।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविंद्र कुमार मिश्रा कहलें कि देवरिया के खुखुंदू अउरी कुशीनगर के पावानगर जैन मंदिर के जीर्णोद्धार अउर पर्यटन विकास के काम से संबंधित प्रस्ताव शासन के भेजा गइल बा। प्रस्ताव पास होइतही इहां कार्य शुरू करा दिहल जाई।
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