दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के मिडटर्म परीक्षा के संबंध में संबद्ध महाविद्यालयन के शिक्षक लोग के संगठन गुआक्टा आंदोलन के मूड में आ गइल बा। संगठन से जुड़ल शिक्षक परीक्षा अउर मूल्यांकन नाइ कइले के तैयारी कs रहल बानें। संगठन के पदाधिकारी लोग के कहनाम बा कि बिना पढ़वले परीक्षा करावल जा रहल बा। एकर नुकसान विद्यार्थियन के होई। विश्वविद्यालय के ध्यान एह पर नाइ जा रहल बा।
गुआक्टा के पदाधिकारियन के कहनाम बा कि एकही दिन में चार पाली के परीक्षा आयोजित कs के विश्वविद्यालय महाविद्यालय प्रबंधन अउर शिक्षकन के परेशान कइले में जुट गइल बा। एह वजह से शिक्षक लोग के अतिरिक्त काम करे के होई। इहे नाइ, मूल्यांकन के पारिश्रमिक भी कम कsके शिक्षक लोग के साथ अन्याय कइल जा रहल बा।
पदाधिकारियन के नाराजगी विश्वविद्यालय से नोडल केंद्र के परीक्षा के बाद रुपया न दिहलें के ले के भी बा। एकर विरोध कइल गइल बा। एकरे बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन कौनो ध्यान नाइ दे रहल बा। संगठन के पदाधिकारियन के जनप्रतिनिधियन से अपील कइले बानें कि एह मामिला के ले के आगे आईंज़ जेसे कि विश्वविद्यालय के मनमानी रोकल जा सके।
गुआक्टा के महामंत्री प्रोफेसर धीरेंद्र प्रताप सिंह कहलें कि विश्वविद्यालय प्रशासन मनमानी कs रहल बा। मिडटर्म परीक्षा खातिर मनमानी कइल जा रहल बा। एसे शिक्षक त परेशान होइबे करिहें, छात्र के भी परेशानी होई। जनप्रतिनिधियन के भी जानकारी दीहल गइल बा, लेकिन उनके तरफ से कौनो रुचि नाइ दिखावल जा रहल बा। लेकिन संगठन विश्वविद्यालय प्रशासन के मनमानी बर्दाश्त नाइ करी।