अच्छा खबर: एम्स में तीमारदार अब धक्का नाहीं खइहें … 75 रुपिया में आराम फरमाएब

Minee Upadhyay

 

गोरखपुर एम्स में अपना मरीजन के इलाज खातिर आवे वाला अटेंडेंट के अब सड़क पs रात ना बितावे के पड़ी। एम्स परिसर में मरीजन के परिवार के लोग खातिर एगो शेल्टर होम भी शुरू कर दिहल गइल बा। इहाँ 75 रुपिया प्रति रात में बिस्तर मिल जाई। फिलहाल एकर क्षमता 50 बेड बा, जवना के अवुरी बढ़ा के 175 बेड कs दिहल जाई।

गोरखपुर एम्स में रोज लगभग 2.5 हजार मरीज ओपीडी में आवेले। एकरा अलावे करीब 700 मरीज अलग-अलग वार्ड में भर्ती बाड़े। गोरखपुर शहर आ जिला के दोसरा हिस्सा से आवे वाला मरीजन आ ओह लोग के परिवार के अगर एहिजा रहे के पड़े त ऊ लोग कुछ ना कवनो उपाय करेला बाकिर बगल के जिला कुशीनगर, देवरिया, महाराजगंज आ छपरा, सिवान, बेतिया, बगहा के मरीज के पड़ोसी राज्य बहुत परेशानी बा। नेपाल से मरीज भी इहाँ आवेले।

आर्थिक रूप से संपन्न लोग होटल भा लॉज में अपना खातिर कमरा बुक करावेला बाकिर कमजोर आर्थिक क्षमता वाला मरीज आ ओह लोग के परिवार परिसर में इधर-उधर भटकत रात बितावे के मजबूर हो जाला। अयीसन मरीज अवुरी उनुका परिवार खातीर अब एम्स परिसर में ही इमरजेंसी वार्ड से तनिका आगे बनल शेल्टर होम में बिस्तर उपलब्ध हो जाई।

गुरुवार के एकर उद्घाटन एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. सुरेखा किशोर कईली। उ बतवली कि दु मंजिला भवन में 25-25 बेड उपलब्ध बा। भूतल पs पुरुष अवुरी पहिला मंजिल पs महिला के बिस्तर के इंतजाम होई। इहाँ कपड़ा धोवे अवुरी सुखावे खातीर अलग जगह के इंतजाम कईल गईल बा, ताकि मरीज अवुरी उनुका रिश्तेदार के कवनो प्रकार के समस्या के सामना ना करे के पड़े।

उ कहले कि एम्स में भर्ती मरीज के परिवार के प्राथमिकता के आधार पs रात के आश्रय स्थल आवंटित कईल जाई। एगो पुरुष मरीज के एक अटेंडेंट अवुरी महिला मरीज के ममिला में दु अटेंडेंट के बिस्तर आवंटित कईल जाई। एक बेड प्रति दिन 75 रुपिया लिहल जाई। हमनी के शुरुआत 50 बेड से कईले बानी जा जवन समय के संगे बढ़ के 150 बेड हो जाई। भर्ती मरीज के परिवार के लोग ओपीडी बिल्डिंग के बिल काउंटर से बेड बुक कS सकतारे।

 

Share This Article
Content Creator
Follow:
भोजपुरी पत्रकारिता में 2 साल से काम कइला के अनुभव। भोजपुरी में समाचार लिखे के गहिराह जानकारी के संगे फिलिम, मनोरंजन, स्पेशल स्टोरी आदि सेगमेंट्स के खबरन के पढ़े खातिर हमरा संगे बनल रही खबर भोजपुरी पs।