Faraaz Movie Review: कमजोर बा विचारधारा के टकराव के कहानी, आदित्य-जहान के अदाकारी बा असरदार!
Faraaz Movie Review: कमजोर बा विचारधारा के टकराव के कहानी, आदित्य-जहान के अदाकारी बा असरदार!
Faraaz Movie Review: कमजोर बा विचारधारा के टकराव के कहानी, आदित्य-जहान के अदाकारी बा असरदार। फराज से शशि कपूर के पोता जहान कपूर बॉलीवुड में डेब्यू कईले बाड़े उनका साथे आदित्य रावल बाड़े जे दिग्गज अभिनेता परेश रावल के बेटा हवन। एह दूनो नौजवान कलाकारन के कान्ही पs टिकल फिल्म फराज असर छोड़े में एकदम बेअसर बिया।
Faraaz Movie Review: फराज से शशि कपूर के पोता जहान कपूर बॉलीवुड में डेब्यू कईले बाड़े उनका साथे आदित्य रावल बाड़े जे दिग्गज अभिनेता परेश रावल के बेटा हवन। एह दूनो नौजवान कलाकारन के कान्ही पs टिकल फिल्म फराज असर छोड़े में एकदम बेअसर बिया।
बांग्लादेश के राजधानी ढाका में एक जुलाई, 2016 के होली आर्टिसन कैफे में आतंकी हमला भइल रहे। एह हमला में आतंकियन के हाथे कुल्ही विदेशी आ गैर मुस्लिमन के निर्मम हत्या कर दीहल गईल रहे। एह हमला में एगो भारतीय समेत 20 गो निर्दोष लोग मारल गइल रहलें । एहि क्रूर घटना पs हंसल मेहता फिल्म फराज कहानी बुनलें बाड़े।
सुरु में ई देखावल गइल बा कि है कि पांच गो प्रशिक्षित नवहा मिशन के अंजाम देबे के तइयारी में बाड़े। ओहीजे, दूसरा ओरी ढाका के संपन्न परिवार से ताल्लुक रखे वाला फराज अयाज हुसैन (जहान कपूर) के माई (जूही बब्बर) चाहत बाड़ी कि फराज स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में जाके आपन पढ़ाई पूरा करे |जबकि फराज अपना देश में रहीके ही कुछ कइल चाहत बा, उ अपना माई के बात से इनकार कई देत बा। उ अपना दु गो महिला मित्रन से मिले खातिर लिए कैफे जात बा । एह में से एगो कोलकाता से आईल हुई हिंदू लड़की बीया, जबकि दूसरकी बांग्लादेशी मुस्लिम। कैफे में सब लोग अपने में बाझल रहेला । ओहि बेरा निब्रस (आदित्य रावल) के नेतृत्व में कुछ युवा लड़का लोगन के टीम कैफे में मवाजूद विदेशी नागरिकन के बड़ा बेरहमी से मौत के घाट उतारे लागत बाड़े सs। उ धरम बिसेस के लोगन के बंधक बना लेत बाड़े । निब्रस फराज के संगे फुटबाल खेलले रहत बा , उ फराज के जाए के मवका देत बा , बाकिर उ अपना महिला दोस्तन के वजह से नइखे जा पावत आ ओह लोग के चलतेओहिजा से जाए खातिर मना कई देत बा । धरम के विचारधारा के लेके फराज आउरी निब्रस में तनी बहसो ओह्जा होला । फराज अपना हिंदू दोस्त के बचा पाई आ कि ना इहे इ कहानी एह संबंध में बिया ।
शाहिद, अलीगढ़ जइसन फिल्मन के बना चुकल हंसल मेहता एक हाली फेरु से संवेदनशील विषय के चुनले बाड़े । उनका इ फिल्म बनावे के आइडिया फिल्ममेकर महेश भट्ट से मिलल रहे | फराज के जरिए एकही मजहब के दो लोगन के विचारधारा के टकराव के देखावे के प्रयास कइल गईल बा ।
हालांकि, रितेश शाह, कश्यप कपूर आ राघव राज कक्कड़ के कलम से लिखित कहानी में कई गो सवाल के जवाब नइखे दे पावल । फिल्म के शीर्षक भलहीं फराज बा , बाकिर कहानी फराज से ज्यादा निब्रस के लागत बिया । फराज के किरदार के ज्यादा एक्सप्लोर नइखे कइल गईल । मए बंधक चुपचाप बइठल रहत बाड़े । केहू वाश रूमो जाए खातिर तक ले नइखे कहत।
बस फराज के दोस्त के मोबाइल बाजेला अउरी केहू के ना । ओहिजे निब्रस के व्यवहारो बड़ा अजीबोगरीब देखावल गईल बा । बहरहाल विचारधारा के टकराव के एहिजा बड़ा मुखर तरीका से देखावे मवका रहे , बाकिर ओकरा में लेखक आ निर्देशक पूरा तरह खरा नइखन उतर पावल लो ।
कहानी कैफे पs भईल हमला तक में ही बस सिमट जाले । अइसना में उ कवन युवा लोग रहे , इनकर ब्रेनवाश कइसे कईल गईल ? धर्म के नाम पs एह लोग के बरगलाना आसान काहें होला ? अइसन तमाम मुद्दन के पाचे छोड़ दिहल गईल बा जनता के सोझा मुद्दन के इ फिलिम केनियो से छुअत नइखे । संवाादो बहुत दमदार नइखे बन पावल । हालांकि, धर्म के नाम पs निर्दोष लोगन के एह तरे हत्या देख के करेज एक हाली काँप जात बा ।
एह फिल्म से शशि कपूर के पोता आ कुणाल कपूर के बेटा जहान कपूर बॉलीवुड में डेब्यू कइले बाड़े । भव्य लॉन्चिंग से हट के एगो अलगा तरह के फिलिम से अपना अभिनय के सफर के आगाज कइले बाड़े । फराज के भूमिका में उनकर पहिला प्रयास सराहनीय बा । हालांकि, उ अपना क्राफ्ट पs आगे बहुत मेहनत करे के पड़ी।
एह फिल्म के खास आकर्षण अभिनेता परेश रावल के बेटा आदित्य रावल बाड़े । उ अपना किरदार के बहुत शिद्दत से जीअले बाड़े । एगो टीम लीडर के तौर पs आतंकी के क्रूरता, धरम के सोच के उ अपना किरदार के जरिए समुचित तरीका से चित्रित कइले बाड़े ।
फराज के माई के भूमिका में जूही बब्बर के कुछ दमदार सीन मिलल बा। ओकरा में उ एकदम खरा उतरल बाड़ी। फराज के अर्थ होला ऊंचाई। ई फिल्म अपना मकसद के ऊंचाई के हासिल करे में चूक जात बीया।
प्रमुख कलाकार: जहान कपूर, आदित्य रावल, जूही बब्बर, सचिन लालवानी, जतिन सरीन, पलक लालवानी।
निर्देशक: हंसल मेहता
अवधि: 110 मिनट
स्टार: दो
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