कैरियर के विकल्प : रउरा हैंड राइटिंग एक्सपर्ट के बारे में कई बेर सुनले होखब। जे राइटिंग देख के केहू के व्यक्तित्व बतावेला। एकरा के ग्राफोलॉजी कहल जाला। अगर रउरा डाक्टर, इंजीनियर भा आईएएस, पीसीएस ऑफिसर ना बने के चाहत बानी आ कुछ अलगे करे के चाहत बानी त ग्राफोलॉजी एगो बढ़िया क्षेत्र ह। बढ़िया बात ई बा कि ग्राफोलॉजी में ढेर भीड़ नइखे। बढ़िया ट्रेनिंग लेके रउरा एह क्षेत्र में आपन पहचान बना सकेनी।
ग्राफोलॉजी के इस्तेमाल कहाँ होला?
ग्राफोलॉजी के प्रयोग कई जगह होला। जइसे कि केहू के व्यक्तित्व, मानसिक स्थिति आदि। एकरा साथे मनोविश्लेषण भी शामिल बा। ग्राफोलॉजिस्ट के काम राइटिंग के नमूना के विश्लेषण कइल होला, सूक्ष्मदर्शी, आवर्धक कांच आदि के मदद से हस्तलेख के अक्षर, ओकर ऊंचाई, चौड़ाई आदि के विश्लेषण कइल जाला। एह से पता चलत बा कि लेखन आदि के समय भावनात्मक ऊर्जा कइसन रहे।
पढ़ाई के अलावा ई कौशल होखे के चाहीं
ग्राफोलॉजिस्ट के मनोविज्ञान, मनोचिकित्सा, लेखन के इतिहास, ग्राफोलॉजी न्यूरोसाइंस, ग्राफ थेरेपी आदि के भी व्यावहारिक ज्ञान होखे के चाहीं। साथ ही विश्लेषणात्मक कौशल भी बढ़िया होखे के चाहीं। आलोचनात्मक सोच, शोध कौशल, मानव मनोविज्ञान, फोरेंसिक विश्लेषण के जानकारी भी जरूरी बा।
ग्राफोलॉजी में कोर्स कहाँ करे के बा
ग्राफोलॉजी में सर्टिफिकेट आ डिप्लोमा के कोर्स उपलब्ध बा। आम तौर पs 12वीं के बाद ए सभ में एडमिशन लिहल जा सकता। एकरा खातिर कुछ खास संस्थान बा-
•वर्ल्ड स्कूल ऑफ हैंडराइटिंग, मुंबई
•कोलकाता इंस्टीट्यूट ऑफ ग्राफोलॉजी
•हैंडराइटिंग एनालिस्ट्स इंटरनेशनल, विशाखपटनम
•इंटरनेशनल स्कूल ऑफ हैंडराइटिंग एनालिसेस, बैंग्लोर
•इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ग्राफोलॉजी पुणे