बीआरडी मेडिकल कॉलेज के कर्मी अवुरी एम्बुलेंस माफिया नवजात लइको के नईखे छोड़त, पुलिस के जांच में सामने आईल इ सच्चाई
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मरीज के सौदेबाजी कर्मी के मदद से कईल जाला। इहाँ के वार्ड के लईका अवुरी स्टाफ नर्स 100 नंबर के वार्ड के बहरी एम्बुलेंस माफिया से मोलभाव करेले। एम्बुलेंस माफिया से साजिश रच के इ लोग रोज पचास हजार से एक लाख रुपया कमातारे। दूसर ओर एएसपी 90 गो एम्बुलेंस के सूची भेज के विवरण मंगले बिया।
बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज में एम्बुलेंस माफिया ट्रामा सेंटर के बहरी ना बलुक 100 नंबर के वार्ड से बाहर भी मोलभाव करेला। इनहन के पैठ एतना गहिराह बा कि स्टाफ नर्स आ वार्ड लड़िका लोग भी इनहन से मोलभाव में मदद करे ला आ नवजात शिशु सभ के गहन चिकित्सा कक्ष के बाहर से निजी अस्पताल में ले जाइल जाला। एकरा बावजूद मेडिकल कॉलेज प्रशासन आँख मूँद रहल बा।
मेडिकल कॉलेज के चौकी के सिपाही आ चौकी प्रभारी से भइल लड़ाई में एम्बुलेंस माफिया के दर्जन भर से अधिका लोग के नाम सामने आइल बा। पुलिस ओह लोग के साथे वार्ड ब्वॉय आ स्टाफ नर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा के छानबीन करत बिया। एहमें कुछ लोग गिरफ्तारो भइल बा।
पुलिस के मुताबिक जांच में पता चलल बा कि मेडिकल कॉलेज के मानदेय कार्यकर्ता अवुरी कुछ स्टाफ नर्स के एम्बुलेंस माफिया के संगे मिल के रोज 50 हजार से एक लाख रुपया के बीच कमाई होखता। ट्रॉमा सेंटर अवुरी वार्ड नंबर 100 के बहरी एम्बुलेंस माफिया के टीम तैनात बा। जइसहीं ओकरा लगे फोन आवेला, ड्राइवर एम्बुलेंस लेके पहुँच जाला आ मरीज के चिन्हित अस्पतालन में ले जाला आ फिक्स कमीशन लेला।
मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 100 के पहिला मंजिल पs नवजात गहन चिकित्सा कक्ष बा। इहाँ गोरखपुर आ आसपास के जिला से गंभीर नवजात शिशु के भर्ती करावल जाला। वेंटिलेटर आ वार्मर सीमित मे से पन्द्रह दिन ले नवजात शिशु के राखला के चलते बिछौना खाली ना रहेला, एकर फायदा उठावत माफिया आ अस्पताल के मजदूर नवजात शिशु के देखभाल करे वालन में डर पैदा करेलें। तुरंत कवनो निजी अस्पताल जाए के सलाह दीं।
बिछौना ना मिलला के चलते जइसहीं अटेंडेंट नवजात बच्चा के संगे निकलेला, एम्बुलेंस माफिया के लोग ओकरा के पकड़ के निजी अस्पताल ले जाले। दूसर ओर निजी अस्पताल नवजात शिशु के राखे खातिर रोजाना 3500 से 4000 रुपिया लेत बाड़े। एहसे माफिया के भारी कमीशन मिल जाला।
एएसपी आरटीओ के चिट्ठी लिख के एम्बुलेंस के जांच कईलस
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बहरी खड़ा 90 एम्बुलेंस के सूची भेज के एएसपी मानुष पारीक आरटीओ के चिट्ठी लिख के ए गाड़ी के विवरण मंगले बाड़े। एएसपी पूछले बा कि रजिस्ट्रेशन बा कि ना? अगर बा त रउरा कवना अस्पताल से जुड़ल बानी? एएसपी बतवले कि रिपोर्ट मिलला के बाद जांच होई कि एम्बुलेंस माफिया मेडिकल कॉलेज से मरीज के कवना अस्पताल में ले जाला। एकरा बाद अस्पतालन के जाँच कइल जाई।
वार्ड ब्वॉय आ स्टाफ नर्स पs कार्रवाई खातिर प्राचार्य के लिखले चिट्ठी
मेडिकल कॉलेज के प्रभारी अवुरी सिपाही के संगे मारपीट करेवाला एम्बुलेंस माफिया अवुरी मेडिकल कॉलेज में काम करेवाला दु वार्ड बच्चन के खिलाफ पुलिस मामला दर्ज कईले बिया। एक वार्ड लड़िका सरकारी आ दोसरका मानदेय पs काम करत बा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के चिट्ठी लिख के कार्रवाई करे के कहले बाड़।
साभार- जागरण
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