जन्मदिन विशेष: जेकर अनोखा मुस्कान के दीवाना दुनिया रहे, एक्टर शशि कपूर के जन्मदिन पे जानि उनसे जुड़ल खास बात
पद्म भूषण आ दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित फिल्म निर्माता शशि कपूर के जनम 18 मार्च 1938 के कोलकाता में भइल रहे| शशि कपूर ना खाली एगो बेहतरीन अभिनेता रहले बलुक सिनेमा के बारे में उनकर समझ अंतर्राष्ट्रीय स्तर के भी रहे।
जन्मदिन विशेष: जेकर अनोखा मुस्कान के दीवाना दुनिया रहे, एक्टर शशि कपूर के जन्मदिन पे जानि उनसे जुड़ल खास बात
पद्म भूषण आ दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित फिल्म निर्माता शशि कपूर के जनम 18 मार्च 1938 के कोलकाता में भइल रहे| शशि कपूर ना खाली एगो बेहतरीन अभिनेता रहले बलुक सिनेमा के बारे में उनकर समझ अंतर्राष्ट्रीय स्तर के भी रहे। एही कारण से ऊ ओह गिनल चुनल भारतीय कलाकारन में से एक रहले जिनका पाश्चिमी सिनेमा में काम करे के मौका मिलल| शशि कपूर एक ओर मसाला फिलिमन में अभिनय कइलन आ दोसरा तरफ विकसित होखत समानांतर सिनेमा आंदोलन के समर्थन कइलन|शशि कपूर रंगमंच लोग खातिर पृथ्वी थियेटर के एगो नया आयाम दिहलन| शशि कपूर के निधन 4 दिसंबर 2017 के हो गइल। आई जानल जाऊँ शशि कपूर जी से जुड़ल बात-
•आकर्षक व्यक्तित्व वाला शशि कपूर के बचपन के नाम बलबीर राज कपूर रहे। बचपन से अभिनय के शौकीन शशि स्कूल में नाटक में भाग लेवे के चाहत रहले। उहाँ उनकर इच्छा कबो पूरा ना भइल बाकिर ई मौका उनका बाबूजी के ‘पृथ्वी थियेटर’ में मिलल|
•शशि 1944 में अपना पिता पृथ्वीराज कपूर के पृथ्वी रंगमंच नाटक ‘शकुंतला’ से अभिनय में आपन कैरियर शुरू कइले रहले| बाल कलाकार के रूप में भी फिल्म में आपन अभिनय शुरू कईले रहले।
• बियाह के मामला में भी उ अलग निकलल। पृथ्वी थिएटर में काम करत घरी ऊ भारत के दौरा पे आइल गोदफ्रे कैंडल के थिएटर ग्रुप ‘शेक्सपियेराना’ मे शामिल भइले| रंगमंच समूह के साथे काम करत ऊ दुनिया भर में घूमलें आ गोदफ्रे के बेटी जेनिफर के साथे कई गो नाटकन में नजर अइलें। एही बीच उनुकर अउरी जेनिफर के प्यार खूब फलल-फूलल अउरी 20 साल के उमर में उनुकर बियाह अपना से तीन साल बड़ जेनिफर से भईल। कपूर परिवार में अयीसन पहिला बियाह रहे।
•श्याम बेनेगल, अपर्णा सेन, गोविंद निहलानी, गिरीश कर्नाद जइसन देश के दिग्गज फिल्मकारन के निर्देशन में जूनून, कलयुग, 36 चौरंगी लेन, उत्सव जइसन फिलिम बनवले| बॉक्स ऑफिस पे ई फिलिमन सफल ना भइल बाकिर समीक्षकन के बहुते सराहल गइल आ आजुओ एह फिलिमन के मील के पत्थर मानल जाला|
•शशि कपूर भारत के पहिला कलाकारन में से एक हउवें, जे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पे ब्रिटिश आ अमेरिकी फिलिमन में भी काम कइले बाड़न| उ हाउसहोल्डर, शेक्सपियर वाला, बॉम्बे टॉकीज, तथा हीट एंड डस्ट जइसन फिलिमन शामिल बाड़ी सँ|
• हिंदी सिनेमा में इनके योगदान के देखत इनके दादासाहेब फाल्के अवार्ड से सम्मानित कइल गइल।
• फिलिम ‘जूनून’ खातिर निर्माता के रूप में राष्ट्रीय पुरस्कार मिलल|न्यू डेल्ही टाइम्स’ में अभिनय खातिर राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित भइल आ 2011 में पद्मभूषण मिलल|
• एकरा अलावे शशि कपूर के फिल्म ‘जब जब फूल खिले’ खातिर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, बांबे जर्नलिस्ट एशोसिएशन अवॉर्ड आ फिल्म ‘मुहाफिज’ खातिर स्पेशल जूरी के राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिलल।
• साल 1998 में आइल एह फिलिम ‘जिन्ना’ के उनुका सिने कैरियर के आखिरी फिलिम ह|
•७९ के उमीर मे लंबी बीमारी के चलते मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गइल|
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