Bihar News: बिहार में प्रखंड मुख्यालयन में खुली कैंटीन, जीविका दीदियन के बनी परिचय पत्र

Anurag Ranjan

पटना : प्रमुख अस्पतालन आ सचिवालय के बाद अब बिहार के सब प्रखंड मुख्यालयल में आमजन आ कर्मियन के भोजन खातिर विशेष कैंटीन खोले के पहल होई। जीविका से संबंधित स्वयं सहायता समूहन के गठन आ योजनन के समीक्षा के दौरान बुध के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ई निरदेस देलें।

मुख्य सचिवालय इस्थित कार्यालय कक्ष मंत्री समूह सदस्यन के संख्या, ग्राम संकुल के सख्या, संकुल संघ, समूहन के बैंक संगे क्रेडिट लिंकेज, जीविका के माध्यम से कृषि योजनल, पशुपालन, गैर कृषि योजनन से जुड़ल परिवारन, ग्रामीण नवहन के कौशल विकास से संबंधित कइयन बिंदुअन पs अधिकारियन के धेयान आकृष्ट कइलें।

ऊ शहरी क्षेत्र में स्वयं सहायता समूहन के प्रगति पs विशेष बल देत अधिकारियन के स्पष्ट निरदेस देलें कि गरीबन के हित में आपन पूर्ण जोगदान देके योजनन के ससमय पूरा कराई लो। श्रवण कुमार कहलें कि दायित्व के प्रति शिथिलता बरते वाला अधिकारियन आ कर्मियन पs ठोस कार्रवाई कइल जाई।

जीविका दीदियन के बनी परिचय पत्र

जीविका दीदियन के परिचय पत्र बनावे, पंचायतन में अवस्थित सामुदायिक भवनन में जीविका द्वारा ग्रामीण महिलन खातिर सिलाई सेंटर खोले, जीविका दीदियन के ओर से उत्पादित सामग्रियन के बिक्री खातिर ग्रामीण हाट के निर्माण, जीविका में कार्यरत कर्मियन के मानदेय, कृषि के क्षेत्र में जीविका दीदियन के ओर से लगावल गइल मक्का उत्पादन के प्रासेगिंग यूनिट के स्थापना करे के बा।

एकरा अलावा पारंपरिक कार्यन में लागल अकुशल श्रमिकन जइसे-भूंजा बेचे वाला, बर्तन बनावे वाला आ छोट-छोट स्वयं समूहन के आर्थिक उन्नयन खातिर विशेष योजना पs जोर देलें। बैठक में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव लोकेश सिंह, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु कुमार, जीविका के निदेशक राम निरंजन सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी राजेश कुमार के अलावा आउर अधिकारी उपस्थित रहे लो।

Read Also: Gorakhpur News: रात से बदलल मौसम के मिजाज, सबेरे से बूंदाबांदी दिलवलस गरमी से निजात- मौसम भइल सुहाना

Share This Article
Content Creator
Follow:
सिविल इंजीनियर, भोजपुरिया, लेखक, ब्लॉगर आ कमेंटेटर। खेल के दुनिया से खास लगाव। परिचे- एगो निठाह समर्पित भोजपुरिया, जवन भोजपुरी के विकास ला लगातार प्रयासरत बा। खबर भोजपुरी के एह पोर्टल पs हमार कुछ खास लेख आ रचना रउआ सभे के पढ़े के मिली। रउआ सभे हमरा के आपन सुझाव anuragranjan1998@gmail.com पs मेल करीं।
Leave a Comment