प्रयागराज। सोच के देखीं, भीषण ठंडा चाहे दिन भर के थकान के बाद घरे जाये के रउआ जल्दी होखे आ सामने रेलवे फाटक गिर जाये। अइसन में आदमी इंतजार करत होखे कि ट्रेन निकल जाये आ रास्ता खुले, बाकिर ट्रेन अइसही खड़ा रह जावs। सिग्नल लाल होखला के चलते, बलुक एकरा चलते कि ड्राइवर साहब नाराज बाड़ें।
लालगोपालगंज रेलवे स्टेशन पs कुछ अइसन नजारा देखे के मिलल, पूरा ममिला कवनो ड्रामा से कम ना रहेृ। ई कहानी बा अप ऊंचाहार मालगाड़ी आ ओकर लोको पायलट के, जवन रेलवे सिस्टम के बीच पटरी पचुनौती दे दिहलन।
पं. दीनदयाल स्टेशन से फाफामऊ होत अप ऊंचाहार जा रहल मालगाड़ी ठीक-ठाक लालगोपालगंज पहुंचल। तबे कंट्रोल से आदेस आइल कि लखनऊ इंटरसिटी आ रहल बिया, एकरा के रास्ता देवे के बा। सहायक अधीक्षक दिलीप कुमार आदेस मानत मालगाड़ी के प्लेटफार्म नंबर-दु पs खड़ा करा देलें।
इंटरसिटी ट्रेन आइल आ बस एक मिनट में फुर्र से निकल गइल। नियम के मोताबिक अब मालगाड़ी के आगे बढ़े के रहे, बाकिर एकरा जगह कहानी में ट्विस्ट आ गइल। जइसही हरी झंडी देखावल गइल, लोको पायलट साफ मना कs देलस। पायलट के कहनाम रहे- “हमार ड्यूटी के समय पूरा हो गइल बा। 9:30 घंटा से लगातार गाड़ी चला रहल बानी। अब ओवरटाइम हो रहल बा, आउर प्लेटफार्म पs रोकला से नाराजगी आउर बढ़ गइल बा। अब हमरा से ना होई।”
एकरा बाद इंजन खामोश हो गइल। करीब सवा घंटा तक अइसन नजारा बनल रहे, जवन रोचक रहे आ झुंझलाहटाे रहल। पश्चिमी रेलवे क्रॉसिंग के फाटक गिरल रहे। जेठवारा रोड पs गाड़ियन के लमहर कतार लाग गइल। लोग परेसान, हार्न बजावत रहे, बाकिर पायलट अपना जिद पs अड़ल रहे।
स्टेशन पs हड़कंप मच गइल। फौरन कुंडा से आरपीएफ बुलावल गइल, स्थानीय पुलिसो पहुंच गइल। वर्दीधारी लोग समझावे-बुझावे के कोसिस कइलस, कबो नरमी, कबो रौब देखावल गइल, बाकिर पायलट के मन ना पसीजल। करीब एक घंटा 17 मिनट तक लालगोपालगंज इलाका दुनिया से कटल रहल। राहगीर सोचत रह गइल लोग कि ट्रेन खराब बिया का?
आखिर ममिला ऊपर तक पहुंचल। कंट्रोल से फोन पs लमहर मान-मनौव्वल भइल। जइसे रूठल रिश्तेदार के मनावल जाला, ओहि तरे पायलट के मनावल गइल। तब जाके दुपहरिया के 12:43 बजे इंजन फेर से गरजल आ मालगाड़ी रवाना भइल।
डीआरएम लखनऊ सुनील कुमार वर्मा बतवले कि पूरा मामला के जांच करावल जा रहल बा।









