GST Rate: बोतल बंद पानी, साइकिल आ नोटबुक होई सस्ता, सौंदर्य प्रसाधन, लग्जरी कलाई घड़ी आ जूता होई महंगा
आवे वाला दिनन में बोतल बंद पानी, साइकिल आ नोटबुक सस्ता हो सकत बा। केंद्र सरकार के मंत्रियन के समूह जीओएम एह वस्तुअन के जीएसटी दर के कम करे के सिफारिश कइले बा। ओहिजा सौंदर्य प्रसाधन, लग्जरी कलाई घड़ी आ जूतन पs जीएसटी दर बढ़ावे खातिर कहल गइल बा।
सनीचर के भइल जीओएम के बैठक में सामिल सदस्य लोग ई सुझाव जीएसटी परिषद के देले बा लो। केंद्रीय वित्त मंत्री के अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद अगिला महीना होखे वाली बैठक में एकरा के लेकर अंतिम फैसला लिहल जाई।
जीओएम 20 लीटर आ ओकरा से जादे बोतलबंद पानी पs जीएसटी दर के 18 फीसदी आ पांच फीसदी करे के प्रस्ताव देलस। जबकि 10 हजार से कम कीमत वाला साइकिल पs जीएसटी दर के 12 फीसदी से पांच फीसदी करे के सिफारिश कइल गइल बा। एकरा अलावे अभ्यास नोटबुक पs जीएसटी के 12 फीसदी से पांच फीसदी करे के सुझाव दिहल गइल बा। जदि जीएसटी परिषद एह प्रस्ताव के मंजूर कs देत बिया, तs एह चीजन के कीमत कम हो जाई।
एकरा बाद मंत्री समूह 15 हजार रुपिया प्रति जोड़ी से जादे मूल्य वाला जूता आ 25 हजार रुपिया से जादे के कलाई घड़ियन पs जीएसटी दर 18 फीसदी से बढ़ाके 28 फीसदी करे के सुझाव देले बा। एकरा अलावे सौंदर्य प्रसाधन, हेयर ड्रायर, हेयर कलर पs जीएसटी बढ़ावे के सुझाव देलस।
जीओएम में सामिल बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी कहलें कि मंत्री समूह हर वर्ग के लोगन के राहत देवे के पहल कs रहल बा। वरिष्ठ नागरिकन पs विशेष ध्यान दिहल गइल बा। एह सिफारिशन पs अंतिम निर्णय जीएसटी परिषद ली। ऊ इहो कहलें कि जीएसटी परिषद के रिपोर्ट सउपे से पहिले पैनल के एक बेर फेर बैठक होई।
पैनल में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, गोवा, गुजरात, मेघालय, पंजाब, तमिलनाडु आ तेलंगाना के मंत्री सामिल बा लो। पैनल के अक्तूबर के अंत तक आपन रिपोर्ट जीएसटी परिषद के सउपे के बा।
जीएसटी के लेके बनल छव सदस्यीय मंत्री समूह (जीओएम) में उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, राजस्थान के स्वास्थ्य सेवा मंत्री गजेंद्र सिंह, कर्नाटक के राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा, पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य आ केरल के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल सामिल बा लो।
मवजूदा समय में जीएसटी के चार स्लैब बा। एमे पांच फीसदी, 12 फीसदी, 18 फीसदी आ 28 फीसदी सामिल बा। खासतौर पs रोजमर्रा आ जरूरी उपयोग से जुड़ल वस्तुअन के पांच फीसदी दर में रखल जाला। जबकि लग्जरी वस्तुअन के सबसे जादे 28 फीसदी दर वाला स्लैब में सामिल कइल जाला।
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