अच्छी पहल : e- बस गाँव, प्रखंड आ मुख्यालय से गुजरी, किराया साधारण बस के बराबर होई
बस यात्रियन खातिर एगो खुशखबरी बा। अब गाँव, प्रखंड आ मुख्यालय से होके e-बस चलावल जाई । एह बसन के ग्रामीण डिपो से भी जोड़े के तइयारी चल रहल बा। आवे वाला दिन में अनुबंधित बस में ई-बस भी जोड़ल जाई।
वाराणसी में शहर के तर्ज पर अब गाँव, प्रखंड आ मुख्यालय से होके ई-बस चलावल जाई । उत्तर प्रदेश राज्य पथ परिवहन निगम, वाराणसी क्षेत्र के ग्रामीण डिपो के बेड़ा में e-बस जोड़ल जाई। अनुबंधित सेवा के तहत e-बस जोड़ल जाई। एकरा तहत आवे वाली e-बस शहर, प्रखंड आ मुख्यालय से चली।
फिलहाल रोडवेज वाराणसी क्षेत्र के बेड़ा में 533 बस चलत बाड़ी सs। जबकि शहर में 50 e-बस आ 70 डीजल बस चलत बाड़ी सs। सड़क मार्ग के सरकार के ओर से 100 आ इलेक्ट्रिक बस मिल रहल बा। एह बसन के ग्रामीण डिपो से भी जोड़े के तइयारी चल रहल बा। आवे वाला दिन में अनुबंधित बस में e-बस भी जोड़ल जाई। ए व्यवस्था के चलते यात्री के बहुत फायदा होई।
वर्दी ना पहिरे वाला ड्राइवर बस ना चला पइहें।
वातानुकूलित बस में यात्रा होई आ किराया भी साधारण बस के बराबर होई। यात्रा के दौरान यात्रियन के सीसी कैमरा से कैद कइल जाई। सड़क मार्ग के अधिकारी के मुताबिक आवे वाला दिन में e-बस के नेटवर्क अउरी बढ़ जाई। हर रूट पर खाली e-बस चलत लउकी।
आरएम गौरव वर्मा के कहनाम बा कि जवन चालक आ कंडक्टर वर्दी में ना होईहे, ऊ बस चलावे के कर्तव्य ना निभाव पइहे। ड्राइवर आ कंडक्टरन के खाली वर्दी में आवे के निर्देश दिहल गइल बा । एकर निगरानी के जिम्मेवारी सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, वरिष्ठ केन्द्र प्रभारी के सौंपल गइल बा।
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