डॉक्टर राहुल भार्गव से जानी, एनीमिया काहें होला? आ कइसे करीं लक्षण के पहचान
राहुल भार्गव बतवले कि,"एनीमिया के खिलाफ प्रभावशाली लड़ाई खातीर जरुरी बा कि लोग एकर संकेत अवुरी लक्षण के समझे अवुरी उचित इलाज कराए। समय पर एह बेमारी के पता लगावे आ इलाज से भविष्य में गंभीर समस्या से बचाव हो सके।
एनीमिया के मतलब खून के कमी उ बेमारी ह ,जवना में व्यक्ति के लाल रक्त कोशिका(रेड ब्लड सेल्स) में ऑक्सीजन वहन के क्षमता पर्याप्त ना होखेला। पूरा दुनिया में स्वास्थ्य के मामला में इ स्थिति एगो बड़ चिंता के विषय बा। एकरा के ध्यान में राखत एनीमिया के बारे में जागरूकता बढ़ावे के जरूरत बा, लोग के निदान अवुरी इलाज के बारे में बतावे के जरूरत बा। एह मिशन के मकसद देश के एनीमिया मुक्त बनावल बा। एनीमिया के चलते आदमी के जीवन पs बहुत असर पड़ेला। पीड़ित के रोजमर्रा के जीवन में थकान, सांस लेवे में दिक्कत अवुरी कुछ समस्या के अनुभव भी होखत रहेला। एनीमिया के कारण के समझल अवुरी उपलब्ध इलाज के बारे में सही जानकारी होखल बहुत जरूरी बा। फोर्टिस अस्पताल के हेमोटोलॉजी, हेमाटो ऑन्कोलॉजी आ बीएमटी के प्रिंसिपल डायरेक्टर व चीफ डॉक्टर राहुल भार्गव बतवले कि,”एनीमिया के खिलाफ प्रभावशाली लड़ाई खातीर जरुरी बा कि लोग एकर संकेत अवुरी लक्षण के समझे अवुरी उचित इलाज कराए। समय पर एह बेमारी के पता लगावे आ इलाज से भविष्य में गंभीर समस्या से बचाव हो सके। आहार के मेंटेन राखल बहुत जरूरी बा। शरीर के भरपूर पोषक तत्व मिले के चाही काहे कि, स्वस्थ लाल रक्त कोशिका के निर्माण भी बहुत जरूरी बा।”
एनीमिया के कारण
अगर आयरन, विटामिन बी 12 अवुरी फोलेट के पर्याप्त मात्रा में ना लिहल जाए त एकरा से शरीर में पोषण के कमी हो सकता। पीरियड्स, अल्सर, सर्जरी भा कवनो इंजरी के कारण ब्लड लॉस हो सकता। कैंसर, किडनी चाहे क्रोंस डिजीज के कारण एनीमिया भी हो सकता।कुछ एंटीबायोटिक दवाई के चलते एनीमिया के खतरा होखेला।डॉ. राहुल भार्गव आगे कहले कि, “एनीमिया के इलाज एकरी कारण पs निर्भर करेला।” पोषण के कमी खाना-पीना में बदलाव क के एकरा के ठीक कईल जा सकता।आयरन के सप्लीमेंट भी दिहल जाला। क्रॉनिक डिजीज के मामिला में एनीमिया के इलाज बहुत महत्वपूर्ण हो जाला। खून के नुकसान के स्थिति में खून बहला के कारण के निदान अवुरी इलाज कईल जाला।”
आमतौर पs एनीमिया आयरन के कमी के चलते होला। आयरन हीमोग्लोबिन के एगो जरूरी घटक ह, जवन कि लाल रक्त कोशिका में ऑक्सीजन के परिवहन खाती जिम्मेदार प्रोटीन ह। महिला में हीमोग्लोबिन के स्तर 12 g/mL से अधिक होखे के चाहीं, जबकि पुरुष में एकर स्तर 13 g/mL से अधिका होखे के चाहीं, एनीमिया के शुरुआती लक्षण के पहचानल जरूरी बा।एह लक्षण में थकान, पीयर त्वचा, चक्कर आवल, अंग के ठंडा होखल, सांस लेवे में तकलीफ शामिल बा ।भारत में एनीमिया के इलाज खातिर समर्पित डाक्टर उपलब्ध बाड़े जे विश्वस्तरीय उपकरण से मरीजन के जिनिगी में सुधार कs रहल बाड़े।
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