शीर्ष कोर्ट आरोपी सांग्रा के दुष्कर्म के वक्त नाबालिग मनले से इनकार कs दिहनें। एकरे सथही निचली अदालत अउर हाईकोर्ट के फैसला पलट दिहलस। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार नाबालिग घोषित करे खातिर अगर दस्तावेज न होखे त न्याय हित में चिकित्सकन के राय पर विचार कइल जाए के चाहीं। आरोपी शुभम सांग्रा के खिलाफ बालिग चाहे वयस्क के रूप में ही मुकदमा चलावल जाई। शीर्ष अदालत आरोपी के नाबालिग मनले के निचली अदालत के आदेश खारिज कs दिहलें।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जेबी पारदीवाला फैसला सुनावत कहनें कि कौनो आरोपी के उम्र तय करे खातिर अगर पक्का सबूत नइखे त चिकित्सकन के राय ही सही मानल जाई।
3817300cookie-checkशुभम सांग्रा के बालिग मान के चली केस, कठुआ दुष्कर्म कांड में ‘सुप्रीम’ आदेश
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