सबेरे-सबेरे: कुण्डलिनि जागरण का हs?

Minee Upadhyay
कुण्डलिनि जागरण

आज इंसान परमाणु विज्ञान के खोज में लागल बा। परमाणु के रउआ देखियो नईखी सकत, बाकिर जदि रउआ एह पs प्रहार करीं, एकरा के तुर दिहीं तs एगो क जबरदस्त घटना घटेला। जब लेे परमाणु के तुरल ना गइल रहे, तब लेे केहू के पाता ना रहे कि एतना छोट कण मेंं जबरदस्त उरजा भरल बा। एहि तरे इंसान एगो जैविक परमाणु हs, जिनगी के एगो इकाई हs। इंसान के भीतरी अइसने जबरदस्त उरजा मवजुद बा। कुण्डलिनि जागरण केे माने ई हs कि रउआ एह अनघा उरजा के इस्तेमाल करे के तकनीक के पा लेले बाानी।

कुंडलिनी जागरण खातिर सबसे पहिले आपन सब नस शुद्ध करे के पड़ी। जीवन ऊर्जा नस में बहत रहेला। ओकरा साथे मानसिक, भावनात्मक आ शारीरिक ऊर्जा के भी शुद्ध करे के पड़ेला। एह तइयारी के बाद कुंडलिनी जागरण के प्रक्रिया शुरू होखे के चाहीं। अगर आप एकर ऊर्जा के संभाले खातीर तैयार नईखी तs इs ऊर्जा आपके शरीर में परमाणु निहन विस्फोट कs दिही, जवना से आपके हर स्तर पs सिर्फ नुकसान होई। कुंडलिनी के जबरदस्ती जगावल जाव तs मानसिक समस्या पैदा हो सकेला. आईं जानल जाव कि एकर अउरी कवन नुकसान बा –

अगर कुंडलिनी योग खातिर माहौल उपयुक्त ना होखे तs कुंडलिनी के जगावे के कोशिश बेहद खतरनाक अवुरी आत्मघाती हो सकता। अगर रउरा एह ऊर्जा शक्ति के हासिल करे के बा तs रउरा अपना के हर तरह से स्थिर आ संतुलित आ शुद्ध राखे के पड़ी. अगर रउरा ई काम कम जानकारी से भा बिना कवनो विशेषज्ञ के मदद के करब तs हो सकेला कि रउरा अपना के मउत के मुह में डालत होखीं काहे कि एह प्रक्रिया में फंसल लोग के हालत जिए के अयोग्य हो जाला. कुछ लोग ही एह ऊर्जा के संभाल पवले बाड़े। कुछ लोग तs सहस्ररा चक्र तक पहुंच जाला बाकिर ओकरा के सक्रिय करे में असमर्थ हो जाला अवुरी अयीसन स्थिति में ऊर्जा के रुकावट से सिर्फ विनाश होखेला। लोग अक्सर कुंडलिनी जागरण के फायदा के बारे में पढ़ेला बाकिर ओकरा से जुड़ल तैयारी अवुरी नुकसान के बारे में ना पढेला। कुंडलिनी जागरण के बारे में कहल जाला कि जब रउरा एकरा खातिर तइयार होखब तs रउरा भीतर से अपने आप शुरू हो जाई.

कुंडलिनी जागरण के नुकसान आ खतरा

मानसिक संतुलन के नुकसान : कुंडलिनी के जागरण बेकाबू भा बेसमय होखे तs मानसिक संतुलन पs असर पड़ सकता। इs आपके पागल बना सकता अवुरी चिंता, डर, अवसाद, अस्थिरता के भावना पैदा कs सकता

भ्रम : जादा ऊर्जा के अनुभव से आदमी के भ्रम हो सकता। एकरा से रउरा विचलित आ उदासीन हो जानी.

असामान्य चीज देखल : कुछ लोग के असामान्य नजारा भा आवाज के अनुभव हो सकेला। ओकरा अलौकिक चीज़ देखाई देवे लागेला, जवन कि ओकरा मानसिक संतुलन के पूरा तरीका से बिगाड़ देवेला।

चक्कर आ कपारदर्द : शरीर के चक्र में ऊर्जा के असंतुलित प्रवाह से कपारदर्द अवुरी चक्कर आ सकता।

शारीरिक दर्द : कुंडलिनी जागरण के दौरान शरीर के अलग-अलग हिस्सा में, खास तौर पs चक्र के स्थान पs दर्द हो सकता। अधिकांश लोग के रीढ़, गर्दन अवुरी कपार में असहनीय दर्द होखेला।

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भोजपुरी पत्रकारिता में 2 साल से काम कइला के अनुभव। भोजपुरी में समाचार लिखे के गहिराह जानकारी के संगे फिलिम, मनोरंजन, स्पेशल स्टोरी आदि सेगमेंट्स के खबरन के पढ़े खातिर हमरा संगे बनल रही खबर भोजपुरी पs।